शिमला, जसपाल ठाकुर
अतिरिक्त उपायुक्त शिमला अपूर्व देवगन ने आज यहां बचत भवन में सामुदायिक जल संग्रहण के संदर्भ में जिला के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होनें अधिकारियों को ग्रामीण स्तर पर जल के महत्व पर स्थानीय लोगों का जागरुक करने का आहवान किया। उन्होनें जिला के समस्त उपमण्डलाधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों व पंचायती राज विभागों के कर्मचारियों को बेहतर समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए ताकि धरातल पर जल संग्रहण का विस्तार संभव हो सके और पेयजल की किल्लत से लोगों का निजात मिल सके।
अपूर्व देवगन ने अधिकारियों से सीधा संवाद स्थापित किया और सामुदायिक जल संग्रहण एवं निजी भवनों में जल संग्रहण के संदर्भ में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होनें ग्रामीण स्तर पर मनरेगा योजना के तहत शेल्फ निर्धारित करने के लिए पंचायत जन प्रतिनिधियों, पंचायत सचिवों व तकनीकी सहायकों के सहयोग पर बल दिया ताकि उपेक्षित एवं निर्धन वर्गों को लाभ मिल सके और मनरेगा स्कीम के अभिसरण पर विशेष बल दिया।
उन्होनें पंचायती राज एवं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग के अधिकारियों से आहवान किया कि वे इन समावेशी योजनाओं में अतिव्यापी से बचें एवं सकारात्मक निर्णयों से शोषित वर्ग को राहत प्रदान करें। उन्होनें सरकारी भवनों में विशेषकर स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में सामुदायिक जल संग्रहण के महत्व पर प्रकाश डाला ताकि गर्मी के मौसम में पेयजल समस्या से लोगों का निजात मिल सके। अपूर्व देवगन ने जल संग्रहण मुहिम को जन आंदोलन बनाने पर बल दिया तथा जन संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकि के माध्यम से लोगों को जागरुक करने पर बल दिया, ताकि ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों का लाभान्वित किया जा सके।
इसके उपरान्त अतिरिक्त उपायुक्त ने कोरोना महामारी के बचाव के लिए टीकाकरण के महत्व पर लोगों को सहयोग करने का आग्रह किया तथा स्थानीय पंचायत जन प्रतिनिधियों से वरिष्ठ नागरिकों को टीकाकरण केन्द्रों पर आने को प्ररित करने का अनुरोध किया, ताकि बुजुर्गों एवं युवाओं को कोरोना महामारी से बचाया जा सके।
इस अवसर पर जिला के समस्त उपमण्डलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, जिला पंचायत अधिकारी विजय ब्रागटा, परियोजना अधिकारी डी आर डी ए संजय भगवती, नगर पंचायत एवं नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।