ऊना – अमित शर्मा
जिला ऊना के बंगाणा में सात लोगों की झील में डूबने के बाद भी प्रशासन कुंभकर्णी निंद्रा से अभी तक नहीं जागा है। सोमवार को इतने बड़े हादसे के बाद भी लोग गोबिंद सागर झील में उसी स्थान पर अभी भी नहाने के लिए उतर रहे हैं और उन्हें रोकने वाला वहां कोई नहीं है।
गरीब नाथ मंदिर में भगवान शिव का मंदिर होने के कारण लोग वहां पर अक्सर रुक कर माथा टेकते हैं और पानी को देखकर उसमें नहाने उतर जाते हैं। लेकिन यह पानी अन्य जगह की तरह नहीं है, क्योंकि यह झील पहाड़ियों के ऊपर बनी हुई है, इसलिए किनारे तीखे और ढलानदार है, जिस कारण किनारों पर ही गहराई आत्यधिक है।
लेकिन बाहर से आने वाले लोगों को इस बात का एहसास नहीं होता है और एकदम से किनारे पर उतरने से ही डूबने लगते हैं। हालांकि स्थानीय लोग और कुछ जगहों पर नाममात्र लगे सूचना पट इस बात की गवाही देते हैं लेकिन अन्य राज्य से आने वाले लोग इस चेतावनी को अनसुना कर देते हैं और अक्सर हादसों का शिकार हो जाते हैं।
गरीब नाथ मंदिर के पास रहने वाले स्थानीय गोताखोर राजीव कुमार ने बताया कि सुबह से लोग आकर उसी स्थान पर नहा रहे हैं, जिस स्थान पर हादसा हुआ था बहुत से लोगों को मैंने रोक कर उन्हें घटना की जानकारी भी दी लेकिन मेरे रोकने पर भी नहीं रुक रहे हैं।