मंडी – अजय सूर्या
30 जून और 1 जुलाई को भारी बारिश के कारण आई आपदा ने जहां कई लोगों की जान ले ली और कईयों को घर से बेघर कर दिया, वहीं एक ऐसा मार्मिक दृश्य भी समाज के सामने छोड़ दिया, जिसके बारे में जानकर हर कोई विचलित हो उठ रहा है।
यह हृदयविदारक घटना घटी है सराज विधानसभा क्षेत्र के परवाड़ा गांव में। जहां एक ही परिवार के तीन लोग तो पानी के बहाव में बह गए, लेकिन 11 महीने की मासूम को अनाथ कर गए। मासूम का नाम निकिता है जोकि मात्र 11 महीने की है।
घर बच गया, बच्ची सोई रह गई, माता-पिता और दादी बह गए
परवाड़ा गांव के रमेश का घर नाले के साथ है। 30 जून की रात को जब भारी बारिश से साथ लगते नाले का जलस्तर बढ़ने लगा तो रमेश, उसकी पत्नी राधा और मां पूर्णू देवी पानी के बहाव को मोड़ने के लिए घर के पीछे वाली तरफ चले गए। बच्ची घर पर सो रही थी।
देखते ही देखते पानी का सैलाब इतना आ गया कि उसमें माता-पिता और दादी बह गए। घर पूरी तरह से सुरक्षित है और उसमें से 9 महीने की निकिता को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है। अभी तक रमेश का शव बरामद हो गया है जबकि उसकी पत्नी और मां के शवों की तलाश जारी है। शवों की तलाशी के लिए टीमें मैदान में जुटी हुई हैं।
बच्ची को हर कोई लेना चाह रहा है गोद…
एसडीएम गोहर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रही बल्ह स्मृतिका नेगी ने बताया कि जैसे ही लोगों को इस हृदय विदारक घटना का पता चला तो बहुत से लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से और व्यक्तिगत रूप से फोन करके उनसे बच्ची को गोद लेने का आग्रह किया है।
स्मृतिका नेगी ने बताया कि अभी बच्ची की देखभाल उसकी बुआ तारा देवी कर रही है। एक शव बरामद हो गया है और दो अन्य शवों की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि बच्ची बहुत ही प्यारी है और वह जब भी मौके पर जा रही हैं तो उसके साथ समय व्यतीत करने का प्रयास कर रही हैं।