कोटला – स्वयंम
हाल ही में हिमाचल सरकार द्वारा पहले से ही घाटे में चल रहे परिवहन निगम में महिलाओं को जो पचास प्रतिशत किराए में छूट देने की योजना लागू की है उस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने प्रेस वार्ता में कहा कि इस लोभ लालची सुविधा से जिसे अधिकतर महिलाओं ने भी नकारा है।
अच्छा होता कि सरकार पचास नहीं बल्कि पच्चीस प्रतिशत महिलाओं को रोजगार मुहैया कराने की योजना बना कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाता ताकि महिलाएं रोजगार पा कर अपने परिवार का सुधारीकरण करने में सक्षम हो सकती।
अपने बाहरी कामकाज के लिए महिलाएं अपने समय से कभी कभार आना जाना करेंगी न कि सरकारी बसों की समय सारिणी के हिसाब से। अतः इस कारण से महिलाओं को शत् प्रतिशत इस योजना का लाभ मिलता नहीं दिख रहा है और सरकारी बसों के मुकाबले प्राईवेट बसों की आवाजाही एवं सुविधाजनक होने से अधिकतर महिलाएं प्राईवेट बसों में ही सफ़र करेंगी।
इसलिए अच्छा होता कि इसके बदले रोजगार देने जैसी कोई अन्य योजना सरकार महिलाओं केलिए लेकर आती जिससे महिलाओं का उत्थान होता। इस योजना से महिलाओं को उस घाटे पर चल रहे निगम से लाभान्वित करने की योजना लागू की गई है जो पहले ही अपनी ख़राब वित्तीय स्थिति के कारण अपने कर्मचारियों एवं पैंनशनरों को समय पर वेतन एवं पैंशन नहीं दे पा रहा है।