राज्य सचिवालय में उपस्थिति एक या दो दिन, लोगों के नहीं हो हैं रहे काम, सीएम सुक्खू ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत पहुंच रहे दूरदराज गांव में
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मंत्रियों की हालत यह है कि सप्ताह के चार दिन अपने विधानसभा क्षेत्र में ही रहते हैं। प्रत्येक मंत्री का टुअर प्रोग्राम देखने पर पाया गया है कि मंत्री शिमला स्थित राज्य सचिवालय में एक या दो दिन ही बैठते हैं। इस कारण प्रदेशभर से आए लोगों को मंत्री उपलब्ध नहीं हो पाते और उनके काम पूरे नहीं हो पा रहे हैं।
प्रदेश में कांग्रेस सरकार को बने ढाई वर्ष से अधिक समय हो चुका है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत दूरदराज के गांव में पहुंच रहे हैं। गांव में रात बिताकर समस्याएं सुनकर उनका निपटारा कर रहे हैं। वहीं, मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्रों तक ही सीमित हैं। सप्ताह में एक से दो दिन ही सचिवालय आते हैं।
सचिवालय में अपने विभागों से संबंधित बैठकें करते हैं और अपने विधानसभा क्षेत्रों को लौट जाते हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री अपने विधानसभा क्षेत्र से कम ही बाहर निकलते हैं। यही हाल कृषि मंत्री चंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल, तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी व आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा का है।
सोमवार को सचिवालय में थे दो मंत्री
सोमवार को सप्ताह का पहला दिन था। राज्य सचिवालय में केवल तीन ही मंत्री मौजूद थे। इनमें उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी व पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री अनिरुद्ध मौजूद रहे। मुख्यमंत्री सोमवार को ओकओवर में मौजूद थे। उन्होंने वहीं से चंबा व मंडी के उपायुक्तों के साथ वर्चुअल बैठक की। इसके अतिरिक्त जरूरी फाइलों को भी निपटाया।
उपमुख्यमंत्री मुकेश हरोली में रहे
उपमुख्यमंत्री ने बीते सप्ताह मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया था। वह 16 जुलाई को दिल्ली में थे। यहां पर उन्होंने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल से मुलाकात की थी। इसके बाद वह अपने विधानसभा क्षेत्र हरोली पहुंचे। 20 जुलाई को हरोली के बीटन स्थित समाधि वाली कुटिया में आयोजित श्रीश्री 1008 अभेदानंद महाराज जी के 26वें महानिर्वाण दिवस महायज्ञ में भाग लिया था।
धर्माणी ने दो दिन की बैठकें, फिर घुमारवीं
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी पिछले सप्ताह दो दिन राज्य सचिवालय में मौजूद थे। उन्होंने दोनों दिन लगातार अपने विभागों की समीक्षा बैठकें की। इसके बाद मंत्रिमंडल की उपसमिति की बैठक में भी मौजूद रहें। शुक्रवार शाम को वह अपने विधानसभा क्षेत्र घुमारवीं पहुंचे। 19 व 20 जुलाई को उनके अपने विस क्षेत्र में कार्यक्रम थे। जिनमें उन्होंने भाग लिया।
रोहित ठाकुर हैं जुब्बल कोटखाई के दौरे पर
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर पिछले सप्ताह लेह लद्दाख के शैक्षणिक दल के साथ दौरे पर गए थे। इसके बाद वे दो दिन सचिवालय में रहे व विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। 18 जुलाई से वह अपने विस क्षेत्र जुब्बल कोटखाई के दौरे पर हैं। यहां कई कार्यक्रमों में शिरकत की है।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस मुख्यालय में बैठने के दिए थे निर्देश, कोई नहीं आया
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सभी कैबिनेट मंत्रियों को निर्देश दिए थे कि वे शिमला स्थित कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में बैठकर कार्यकर्ताओं व आम लोगों की समस्याओं को सुनें। माह में कम से कम एक मंत्री को कांग्रेस मुख्यालय में बैठने का निर्देश था।
ऐसा इसलिए ताकि प्रदेशभर से जो लोग मिलने के लिए आते हैं उन्हें सचिवालय में प्रवेश पास बनाने की परेशानियों से न जूझना पड़े। सरकार बनने के करीब दो सप्ताह बाद मुख्यमंत्री कांग्रेस मुख्यालय गए थे। उन्होंने पहले दिन स्वयं कार्यकर्ताओं से संवाद कर इसकी शुरुआत की थी, लेकिन अभी तक एक भी मंत्री कांग्रेस मुख्यालय में नहीं बैठा।