हिमखबर डेस्क
हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर के उपमंडल बड़सर की सकरोह पंचायत के जम्मू सेक्टर 11 सिग्नल कोर में सेवारत 47 वर्षीय सूबेदार मेजर राज कुमार का गुरुवार को देहांत होने से शोक समाचार मिलने पर क्षेत्र में शोक की लहर छा गर्ई। शुक्रवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को सेना की गाड़ी में उनके पैतृक गांव सकरोह में लाया गया और पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कुछ दिनों से चल रहे थे अस्वस्थ
गांव के साथ आस पास की पंचायतों से हजारों लोगों ने नम आंखों से विदाई दी। दिवंगत सूबेदार मेजर पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और वीरवार सुबह नौ बजे जम्मू में ही उनका देहांत हो गया। वह 1998 में सेना में भर्ती हुए थे और 26वर्ष तक उन्होंने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं प्रदान की। सेना में कम उम्र में ही कमीशन पास कर वे सूबेदार मेजर के पद तक पहुंच गए थे। उनकी मृत्यु का समाचार मिलते ही उनके गांव और आस-पास के क्षेत्र में मातम छा गया।
भारत माता की जय के नारों से गूंजा क्षेत्र
देर शाम से ही दिवंगत के आखिरी दर्शनों और उनको श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ इकट्ठा होनी शुरु हो गई थी। जैसे ही दिवंगत का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में पहुंचा सारा क्षेत्र भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। दिवंगत सूबेदार मेजर अपने पीछे दो बेटे तथा अपनी पत्नी को छोड़ गए हैं। दोनों बेटे अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
इस अवसर पर बड़सर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, समाज सेवी संजीव शर्मा, कमल नयन और हजारों की संख्या में आस-पास के गांवों के गणमान्य लोग उपस्थित रहे और सभी ने नम आंखों से दिवंगत को अंतिम विदाई दी।