मंडी – अजय सूर्या
एक तरफ मंडी जिला का करसोग उपमंडल प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहा है, तो दूसरी तरफ कुछ असामाजिक तत्व इस मुश्किल घड़ी को भी मुनाफे का जरिया बना रहे हैं। जल शक्ति विभाग की क्षतिग्रस्त पाइपों को चुराने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे विभाग की आपूर्ति योजनाओं को दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
हाल की बारिश और भूस्खलन से करसोग क्षेत्र की कई जलापूर्ति योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। पहाड़ियों से बहकर आई मिट्टी और मलबे ने कई जगह पाइपलाइनें उखाड़ दी हैं। इन पाइपों को मुरम्मत के बाद दोबारा उपयोग में लाया जा सकता था, लेकिन कुछ लोग इनकी चोरी कर रहे हैं। कुछ लोग पाइपों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर कबाड़ के भाव बेचने में लगे हैं, जबकि कुछ ने इन्हें अपने घरों में जमा कर लिया है।
ड्रोन से हो रही निगरानी, पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत
जल शक्ति विभाग ने चोरी की इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अब ड्रोन की मदद से प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी शुरू कर दी है। विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय द्वारा करसोग थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसमें चोरी की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई की मांग की गई है।
शिकायत में बताया गया है कि शंकरदेहरा, पुन्नी, इमला-बिमला खड्ड, चेहरा और परलोग जैसे क्षेत्रों में चोरी की घटनाएं तेजी से हो रही हैं। विभाग का कहना है कि यह सरकारी संपत्ति है और इसकी चोरी से न केवल योजनाएं प्रभावित हो रही हैं बल्कि लाखों रुपये का नुकसान भी सरकार को उठाना पड़ रहा है।
विभाग की लाेगाें से अपील, संकट में करें सहयोग, न बनें बाधा
जल शक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता कृष्ण कुमार शर्मा ने लोगों से अपील की है कि वे विभाग के कार्य में सहयोग करें और किसी भी प्रकार की चोरी या संपत्ति को नुकसान न पहुंचाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कोई व्यक्ति विभाग की पाइप चोरी करता हुआ या अपने घर में रखे हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।