मंडी – अजय सूर्या
जेबीटी/ डी एल एड प्रशिक्षित बेरोजगार संघ जिला अध्यक्ष सबीर खान ने कहा कि जेबीटी की बैचवाइज भर्ती में बीएड को शामिल करने के विरोध में मण्डी जिला के सभी जेबीटी शिक्षण सस्थानों में कक्षाओं का बहिष्कार पिछले 9 दिन से जारी था और मण्डी के प्रसिद्ध सेरी चाननी में जेबीटी/डी एल एड प्रशिक्षु सामूहिक धरना प्रर्दशन कर रहे थे।
मण्डी जिला में चल रहे कक्षाओं के बहिष्कार में जिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान मंडी, जागृति टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज ( देवधार, मंडी), अभिलाषी ग्रुप ऑफ एजुकेशन (नेर चौक), करिश्मा एजुकेशन सेंटर (डडोर), विजय मेमोरियल कॉलेज (बडसू) के प्रशिक्षु शामिल थे।
जेबीटी प्रशिक्षुओं द्वारा कक्षाओं के बहिष्कार को 10वें दिन स्थगित कर दिया गया है और सोमवार से सभी प्रशिक्षु दोबारा अपने अपने संस्थान में लौट जायेंगे और नियमित पढ़ाई पहले की तरह चलेगी। 10 दिन के बहिष्कार के बाद प्रशिक्षु अपने अपने संस्थान लौटेंगे।
उन्होने कहा कि सिर्फ कक्षाओं के बहिष्कार को स्थगित किया है जिसका ये मतलब कतई नहीं है कि आंदोलन बंद/खत्म हो गया है। प्रशिक्षु आने वाले समय में अपने आंदोलन को और तीव्र करेंगे तथा शिमला के अंदर एक बड़ी रैली आयोजित कर प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगों को रखेंगे।
इस रैली में प्रदेश भर से प्रशिक्षु शामिल होंगे और अपने हक़ की आवाज बुलंद करेगें। रैली के माध्यम से जेबीटी प्रशिक्षुओं की सरकार से यह मांग होगी कि सर्वोच्च न्यायलय के अंतिम फैसले तक शिक्षा विभाग को जेबीटी बैच वाइस भर्ती में बी.एड. डिग्री धारकों को शामिल नहीं करना चाहिए।
जिन जिलों में यह भर्ती हो चुकी है वहां पर सर्वोच्च न्यायलाय के अंतिम निर्णय आने तक किसी भी बीएड को नियुक्ति ना दी जाए और पुराने आर एंड पी रूल्स पर आधारित ही भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाए जिसमें जेबीटी/डी एल एड डिप्लोमा धारियों को उनका हक मिले।
उन्होंने कहा कि संघ को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री उनकी बात को समझेंगे कि वर्तमान में प्रदेश भर में प्रारंभिक जिला शिक्षा उपनिदेशक कार्यालयों की ओर से शुरू की गई जे.बी.टी. बैच वाइज भर्ती में बी.एड. डिग्री धारकों को शामिल किया जाना बिल्कुल गलत है और जेबीटी/डी एल एड डिप्लोमा करने वालों के साथ अन्याय है।