कोटला:स्वयम
नववर्ष के आगमन के साथ ही 13 जनवरी दिन गुरुवार को नववर्ष का पहला लोहड़ी पर्व भी धूमधाम से मनाया जाएगा। ज्योतिषी अमित शर्मा ने कहा कि लोहड़ी मनाने का शुभ मुहूर्त शाम 5:43 से शाम 7:25 बजे तक रहेगा। उन्होंने कि लोहड़ी पर्व को सर्दियों के जाने और बसंत के आने का संकेत भी माना जाता है। कई जगहों पर लोहड़ी को तिलोड़ी भी कहा जाता है। रात को आग का अलाव जलाया जाता है तिल चौली तैसार कर अलाव को अर्पित किया जाता है।
आज भी सुनाई जाती है दुल्ला भट्टी की कहानी
इस दिन आग के पास घेरा बनाकर दुल्ला भट्टी की कहानी सुनाई जाती है। मान्यता है कि मुगल काल में अकबर के समय में दुल्ला भट्टी नाम का एक शख्स पंजाब में रहता था। उस समय कुछ अमीर व्यापारी सामान की जगह शहर की लड़कियों को बेचा करते थे, तब दुल्ला भट्टी ने उन लड़कियों को बचाकर उनकी शादी करवाई थी। कहते हैं तभी से हर साल लोहड़ी के पर्व पर दुल्ला भट्टी की याद में उनकी कहानी सुनाने की परांपरा चली आ रही है।