रावमापा ज्वाली में उच्च शिक्षा उपनिदेशक ने किया औचक निरीक्षण, निर्माणाधीन शौचालयों के कार्य को संतोषजनक बताया
ज्वाली – अनिल छांगू
हर अध्यापक को विद्यार्थियों का होमवर्क नियमित रूप से चेक करना चाहिए। इससे विद्यार्थियों में भी होमवर्क की निरंतरता बनी रहती है। यह बात जिला कांगड़ा स्थित धर्मशाला के शिक्षा उपनिदेशक मोहिंद्र कुमार धीमान ने रावमापा ज्वाली के औचक निरीक्षण के दौरान कही।
इस दौरान उन्होंने रावमापा ज्वाली के निर्माणाधीन शौचालयों का भी निरीक्षण किया और इस कार्य को संतोषजनक बताया। इसके साथ ही उन्होंने अध्यापकों को स्कूल की विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की।
उन्होंने कहा कि आज के इस दौर में हर अध्यापक को भी हाईटेक होना जरूरी है। क्योंकि, आधुनिक दौर में कई कार्य कंप्यूटर या मोबाइल व इंटरनेट के माध्यम से होते हैं। ऐसे में कंप्यूटर या मोबाइल की तकनीकी दक्षता कार्यप्रणाली को उपयोगी बनाने में सहायक सिद्ध होती है।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या का ग्राफ गिरता जा रहा है, ऐसे में स्कूल के सभी अध्यापकों एवं स्टाफ मेंबर्स को विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने में अपना योगदान देना चाहिए। इसके साथ ही विभागीय निर्देशानुसार स्कूल में विभिन्न दिवसों पर आयोजन किए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि इससे बौद्धिक क्षमता के साथ-साथ विद्यार्थी का चहुंमुखी विकास होता है। इस मौके पर बीपीओ एवं प्रधानाचार्य प्रभात चंद्र पावा व अन्य स्टाफ मेंबर्स भी मौजूद रहे।
31 मई को सेवानिवृत हो रहे हैं डिप्टी डायरेक्टर
गौरतलब है कि कांगड़ा स्थित धर्मशाला के शिक्षा उपनिदेशक मोहिंद्र कुमार धीमान 31 मई को सेवानिवृत हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 1984 से 2001 तक वह नौ सेना में रहे हैं। वर्ष 2001 में उनकी नियुक्ति रावमापा कुठेड़ में बतौर प्रवक्ता हुई थी।
वर्ष 2006 में उनकी पदोन्नति बतौर प्रधानाचार्य हुई और जुलाई 2020 में वह बिलासपुर के शिक्षा उपनिदेशक बने। इसके बाद उनका तबादला कांगड़ा स्थित धर्मशाला के प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशक के रूप में हुआ। इसके बाद उन्हें उच्च शिक्षा उपनिदेशक का कार्यभार सौंपा गया। अतः अब 31 मई 2024 को उनकी सेवानिवृति होगी।