विदेशों में सेवाएं दे रही बिलासपुर की प्रतिभाओं को मिले सम्मान-संदीप सांख्यान

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विदेशों की धरती पर अपनी प्रतिभाओं का झंडा फहराने वालो की सहायता ले प्रशासन, बिलासपुर मूल के एन आर आई चाहते है बिलासपुर में अपना सहयोग करना-संदीप सांख्यान

बिलासपुर- सुभाष चंदेल

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस समन्वयक संदीप सांख्यान ने कहा है कि विदेशों में कामयाबी का डंका बजाने वाली बिलासपुर की प्रतिभाओं को जिला बिलासपुर प्रशासन को सूचीबद्ध करना चाहिए। जिला बिलासपुर से बहुत से ऐसी प्रतिभाएं निकल कर अपनी निजी मेहनत और संघर्ष के बल पर ऐसी सर्वोच स्थानों पर पहुंच चुकी है जिनका डंका आज अमेरिका, यूरोप, सिंगापुर, आस्ट्रेलिया, हांगकांग व एशिया पेसिफिक के कई देशों में बज रहा है।

जिला प्रशासन को चाहिए कि जिला बिलासपुर से निकली इन प्रतिभाओं को सूचीबद्ध करके इनके नाम और विदेशों में इनके द्वारा किये जाए सराहनीय कार्यो को भी संकलित किया जाए। विदेशों की धरती पर अपनी सेवाएं दे रही इन प्रतिभाओं का डेटा बैंक तैयार करके प्रशासन को चाहिए बिलासपुर में चल रही बहुत सी योजनाओं और सामाजिक कार्यक्रमो में इनकी सहायता और सेवाओं की मदद ली जा सकती है।

खास तौर से कोई सामाजिक कार्यक्रम यदि बिलासपुर में चलाया जाए तो इन प्रतिभाशाली लोंगो को बुलाया जाना चाहिए और बिलासपुर के विकासात्मक कार्यो में इनकी सहभागिता सुनिश्चित की जानी चाहिए। अभी गत वर्ष कोविड 19 के चलते इन लोंगो में वित्तिय तौर पर और कोविड 19 की लड़ाई से लड़ने हेतू अन्य बहुत से संसाधन उपलब्ध करवा कर अपनी सेवाओं बतौर बिलासपुरी और सामाजिक कार्यकर्ताओं के रूप में दी थी।

ऐसे ही बहुत से लोग बिलासपुर की धरती से गल्फ देशों में मल्टी टास्क व्यवसाय से जुड़े है और उन्होंने पिछले 20 वर्षों से खाड़ी देशों में एक कुशल श्रमिक के तौर पर बड़ा नाम बनाया है। उनकी सेवाएं भी ली जा सकती है। उन्होंने बताया कि निजी तौर पर जब इन लोंगो बिलासपुर में विकासात्मक योजनाओं और सामाजिक अभियानों को लेकर ने बात की तो उन्हें बड़ा अच्छा लगा लेकिन इन प्रतिभाशाली लोंगो से एक शिकायत यह भी मिली कि सरकारी और प्रशासनिक तौर पर कोई भी अधिकारी या एजेंसी सामने इनसे सहयोग लेने के लिए आगे नहीं आती है।

अगर यह बिलासपुर के विकास में अपना सहयोग भी करना चाहे तो किस रास्ते से करें। ऐसे में जिला प्रशासन को अपने सामाजिक और विकासात्मक कार्यक्रमों में इन लोंगो से वित्तिय सहायता तो मिलेगी ही लेकिन इसके अलावा समाज मे नई प्रबंकीय तकनीक और स्कूलों और कॉलेजों में इनके शिक्षाप्रद सेमिनार और बच्चो के लिए कैरियर सहायता काउंसलर और विश्व मे चल रहे नए घटनाक्रम की जनरल जानकारी भी मिल सकती है। जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को इस विषय के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए।

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