मरीजों को पालकी या चारपाई का सहारा–
ज्वाली/भलाड़ – शिबू ठाकुर
लोक निर्माण विभाग जवाली के अधीन पंचायत बेहि पठियार के वंड गांव के बाशिंदे आजादी के 75साल बीत जाने के बाद भी गुलामीभरी जिंदगी जीने को मजबूर हैं। आज भी वंड के बाशिंदों को घर तक पहुंचने के लिए एक किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है।
वंड गांव को पक्की सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए 1100मीटर लंबे लच्छीयां बाई से रखुंडली मार्ग को निकाला गया था लेकिन आजतक मार्ग पक्का नहीं हो पाया है।
गांववासियों दिलवाग सिंह, सतीश कुमार, कमल सिंह, कांता देवी, सुरजीत सिंह, सुनीता देवी, कुलदीप सिंह, रमेश कुमार, कोलो राम, अजय कुमार, शालू, मनोहर लाल, अक्षय, लब सिंह, सुरेश कुमार इत्यादि ने कहा कि हमारे गांव वंड में तकरीबन 20 घर हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे गांव को जोड़ने वाले रास्ते पर करीबन दो माह पहले जेसीबी लगाकर मिट्टी बिछाई गई थी और अब बारिश होने के कारण दलदल बन गया है जिससे गुजरना मुश्किल हो रहा है। इस मार्ग से वाहन लेकर गुजरना तो दूर पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है।
जब भी गांव में कोई बीमार हो जाता है तो मरीज को पालकी में डालकर या चारपाई पर उठाकर एक किलोमीटर लाना पड़ता है तब जाकर एंबुलेंस की सुविधा नसीब हो पाती है। बच्चों को कन्धों पर उठाकर स्कूल छोड़ना पड़ता है और कन्धों पर उठाकर ही घर लाना पड़ता है।
लोगों ने कहा कि 2 अक्तूबर 2021 को हुए आम इजलास में भी पंचायत में इस मार्ग को पक्का करवाने का प्रस्ताव डाला गया लेकिन मार्ग पक्का न हुआ। विधायक अर्जुन सिंह से भी हम कई बार मिल चुके हैं लेकिन आश्वासनों का झुनझुना मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर चुनाव से पहले मार्ग पक्का न हुआ तो चुनाव का वहिष्कार किया जाएगा तथा किसी भी पार्टी प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा।
पंचायत प्रधान बाबू राम के बोल
इस बारे में पंचायत प्रधान बाबू राम ने कहा कि इस मार्ग पर जेसीबी किसने चलाई है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है।