4 दिवसीय राष्ट्र स्तरीय होली महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या का आगाज मुख्यातिथि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा होली स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
शिमला – नितिश पठानियां
4 दिवसीय राष्ट्र स्तरीय होली महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या का आगाज मुख्यातिथि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने दीप प्रज्वलित करके किया। इस अवसर पर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा होली स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
सुखविंदर सिंह सुक्खू, विधायक राजेंद्र राणा, विधायक इंद्र दत्त लखनपाल, विधायक आशीष शर्मा और विधायक सुरेश कुमार को होली मेला अध्यक्ष एवं डीसी देबश्वेता बनिक द्वारा टोपी देकर सम्मानित किया गया।
पहली सांस्कृतिक संध्या में कार्यक्रम का आगाज पहाड़ी गायक पम्मी ठाकुर ने “इश्क है पानी का एक कतरा व कंगना हो सुन मेरी कंगना” गाने से किया। हमीरपुर के कलाकार वीरेंद्र मल्होत्रा ने “बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है” गीत पेश किया।
गायक गौरव कौंडल ने अपने गाने की शुरूआत “चार दिनां दा प्यार ओ अड़िए” गाने से की। इसके बाद उन्होंने “चल मेले नू चलिए, दो गलां प्यार दी करिए, मैं अमली नाल ब्या नी करवाना” गाने गाए, जिस पर पंडाल में बैठे दर्शक नाचने लगे।
गायिका कुसुम बस्सी ने “बाहों में चले आओ, यह मेरा दिल प्यार का दीवाना, हिमाचले री सुक्खू सरकार दिल विच बस्ती जांदी, जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाना कहां” गाने गाकर पंडाल में बैठे दर्शकों को तालियां बजाने के लिए मजबूर किया।
वहीं गायक काकू ठाकुर ने मंच पर आते ही पंजाबी गाना “आया मैं गड्डी मोड़ के” की प्रस्तुति दी जिस पर पूरा पंडाल दर्शकों के शोर से गूंज उठा। इसके बाद काकू ठाकुर ने पहाड़ी व हिंदी फिल्मी गाने गाकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।