नूरपुर, देवांश राजपूत
राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत आज महिला एवम बाल विकास विभाग के सौजन्य से नूरपुर में खंड स्तरीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें एसडीएम डॉ सुरेन्द्र ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उन्होंने “बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ” पर बोलते हुए कहा कि बेटी समाज की ऐसी पहचान है जिसकी परिवार तथा समाज को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है तथा उसके बगैर विकसित तथा समृद्ध राष्ट्र की परिकल्पना नहीं की जा सकती है । उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए उनका शिक्षित होना बेहद जरूरी है ।
उन्होंने बताया कि ऐसे शिविरों का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने के प्रति प्रेरित करने के साथ-साथ बच्चों को कुपोषण के प्रति जागरूक करने, उनमें खून की कमी, दिव्यांगता व स्वास्थ्य की सम्पूर्ण देखभाल, भोजन, लड़कियों की शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर जागरूकता प्रदान करना है। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र की महिलाओं को स्वयं के स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों की देखभाल तथा उनके भोजन पर पूरी नजर रखने व उन्हें पौष्टिक आहार देने बारे समय-समय पर जागरूक करने का आह्वान किया।
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गर्भवती महिलाओं का 70 दिन के बजाए 30 दिन के भीतर पंजीकरण सुनिश्चित बनाने को कहा जिससे इन महिलाओं का शत प्रतिशत पंजीकरण होने पर उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच सुनिश्चित हो सके। इस मौके पर शहर में जागरूकता रैली भी निकाली गई जिसे एसडीएम ने झंडी दिखा कर किया रवाना।
इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी रंजीत सिंह ने आंगनबाड़ी वर्कर्स से महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा दिए गए अधिकारों के प्रति जागरूक करने सहित उनके कल्याण के लिए चलाई जा रही अन्य विभागीय योजनाओं बारे समय-समय पर जानकारी देने का आग्रह किया।
इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी रंजीत सिंह, तहसील कल्याण अधिकारी अनुराधा, उप पुलिस निरीक्षक जसवंत सिंह, सांख्यिकी सहायक संजीव भंडारी, आंगनबाडी वर्कर्स सहित बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित रहे।