चंबा – भूषण गूरुंग
ग्राम पंचायत रजेरा के दस गांवों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। इसके चलते ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों ने कहा कि समस्या को लेकर वे विधायक, प्रशासनिक अधिकारी सहित जलशक्ति विभाग के अधिशासी अभियंता से भी मिल चुके हैं लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि पहले गंदे पानी की सप्लाई हो रही थी और अब पानी की आपूर्ति बिल्कुल बंद हो गई है। ग्रामीण दो माह से पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक पंचायत के तहत संगेड़, कुपाड़, बडूना, पुनार, ककला, सलोग, सलेरा, गधरूई, कुकनार और बन्नी गांवों की आबादी करीब छह सौ है। ग्रामीणों को पानी के लिए प्राकृतिक स्रोतों पर निर्भर होना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने चेताते हुए कहा कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं किया तो वे नेशनल हाईवे पर चक्का जाम कर देंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
पानी के बिना हो रही परेशानी : संजीव
संजीव कुमार का कहना है कि गांवों में दो माह से पानी की किल्लत चल रही है। जलशक्ति विभाग की ओर से कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पानी के बिना काफी परेशानी हो रही है।
तिलक राज का कहना है कि दो माह से गांव में पानी की ठीक ढंग से आपूर्ति नहीं की जा रही है। बताया कि पहले गंदे पानी की सप्लाई दी जा रही थी। अब पानी की आपूर्ति बिल्कुल ठप हो गई है।
तानी राम का कहना है कि पानी की समस्या को लेकर संबंधित विभाग को भी अवगत करवाया जा चुका है लेकिन अभी तक पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।
बिंदर सिंह का कहना है कि एक तरफ जहां विभाग बेहतर जलापूर्ति करने के दावे करता है तो वहीं दूसरी ओर गर्मी के मौसम में ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं। ग्रामीणों को काफी दिक्कत हो रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
एसडीएम नवीन तनवर का कहना है कि यह मामला उनके ध्यान में है। कहा कि इसके बारे जल शक्ति विभाग को दिशा-निर्देश आदेश दिए जाएंगे।