बिलासपुर- सुभाष चंदेल
झंडुत्ता उपमंडल के दूरदराज गांव लुरहाड बजौरा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया गया l इस शिविर में की अध्यक्षता पंचायत समिति सदस्य श्रीमती रानी देवी द्वारा की गई l
स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्वास्थ्य शिक्षक रमेश चंदेल ने लगभग 70 महिला एवं पुरुषों को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक स्वास्थ्य दिवस पूरे विश्व में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को मनाया जाता है l इस वर्ष इसका विषय मनोवैज्ञानिक प्राथमिक चिकित्सा है l
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसिक बीमारी पूरे देश भर में होने वाली सामान्य बीमारियों में से एक है | विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मानसिक विकारों से पीड़ित व्यक्तियों की अनुमानित संख्या 40 करोड़ है जबकि भारत में लगभग 15 करोड़ लोग मानसिक विकारों से पीड़ित हैं जिनमें बच्चे व किशोर भी शामिल हैं l
इसी देश में मानसिक विकारो की बढ़ती समस्या पर विचार करने के उद्देश्य से साल 1982 में राष्ट्रीय किशोर कार्यक्रम की शुरुआत भारत में की गई l रमेश चंदेल ने आगे कहा कि अकेलापन, चिंता, साथियों का दबाव, आत्मसम्मान में कमी, परिवार में मृत्यु, तलाक, दुर्घटना, चोट, हिंसा, बलात्कार, अल्कोहल, ड्रग्स तथा अनुवांशिक असमान्यताएं मानसिक विकार होने के प्रमुख कारण हैं l उन्होंने आगे कहा कि यह गलत धारणा है कि मानसिक विकारों से पीड़ित व्यक्ति जनता के लिए हिंसक होता है |
हमें मानसिक रोगों से पीड़ित व्यक्ति की भावनाओं एवं स्वभाव को समझ कर उनके साथ प्रभावी ढंग से संवाद करना चाहिए l उन्हें भावनात्मक तथा सामाजिक सहयोग देख कर धैर्य पूर्वक व्यवहार करना चाहिए l साथ ही उनको मनोरंजन गतिविधियों जैसे कि पढ़ने, खेलने, घूमने, यात्रा आदि में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए |
शिविर में मुख्य रूप से पूर्व प्रधान कर्मचंद ठाकुर, आशा कार्यकर्ता रेखा कुमारी, किरण, सोमा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बीना देवी, सरिता देवी तथा ग्रामीणों सदाराम, सुरेंद्र, रामपाल, घनश्याम, मनोज, चरण सिंह, कुलदीप, सोमा, अशोक, पूजा, लीला, ब्रह्मा देवी, विमला, लीला आदि ने भी भाग लिया l