सिरमौर – नरेश कुमार राधे
अकसर देखा गया है कि जब भी भूकंप आता है, तो घर, भवन तहस-नहस हो जाता है और जानमाल का भारी नुकसान होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। भूकंप से बेशक घर या भवन की नींव हिलेगी, लेकिन नींव से ऊपर के हिस्से या कंस्ट्रक्शन को कुछ नहीं होगा।
पबियाना स्कूल की 2 बच्चियों ने नई तकनीक से एक ऐसा ही मॉडल तैयार किया है, जिसमें न्यूटन का नियम भी शामिल है। इन छात्राओं ने घर निर्माण में बेस में बाल बेरिंग सिस्टम का प्रयोग कर इसे भूकंप की स्तिथि में भी बिना भवन के ढेर हुए जानमाल की सुरक्षा का दावा किया है।
जानकारी के अनुसार सिरमौर के शिक्षा खंड राजगढ़ के तहत वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पबियाना ने सेफ कंस्ट्रक्शन पर आधारित मॉडल में राज्य में पहला स्थान हासिल कर जिला का नाम रोशन किया है। यही नहीं, सुरक्षित भवन निर्माण के मॉडल में पबियाना स्कूल की 12वीं की छात्रा सिमरन ठाकुर और आठवीं की छात्रा परिधि की जोड़ी ने न्यूटन के पहले नियम का प्रयोग और इसमें संशोधन करते हुए सफल भूकम्प रोधी मॉडल को तैयार कर वरिष्ठ माध्यमिक वर्ग में पहला स्थान हासिल किया है।
छात्राओं ने घर निर्माण में बेस में बाल बेरिंग सिस्टम का प्रयोग कर इसे भूकंप की स्तिथि में भी बिना भवन के ढेर हुए जानमाल की सुरक्षा का दावा किया है। सेफ कंस्ट्रक्शन मॉडल प्रतियोगिता का राज्य स्तरीय आयोजन राजस्व विभाग के आपदा प्रबंधन सेल ओर हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के सयुंक्त तत्ववाधान में माह भर के समर्थ अभियान के तहत आयोजित किया गया, जिसमें राज्यभर से चयनित आपदा आधारित मॉडल को चयनित कर जिलों से भेजा गया था।
डिप्टी डायरेक्टर हायर एजुकेशन सिरमौर ने बताया 14 अक्तूूबर को राज्य स्तरीय समारोह में शिमला को मॉडल ओर स्कूल को सम्मानित किया जाएगा।