कुल्लू, 26 अप्रैल – अजय सूर्या
कुल्लू-मनाली भुंतर एयरपोर्ट पर पहली बार वायरस एसडब्लू 80 माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट लैंडिंग हुई है। जहां पर पंजाब एयरवेज पटियाला के कमान अधिकारी ग्रुप कमांडर राजेश शर्मा, वन एचपी एयर स्क्रॉड्रन के ग्रुप कमांडर संजीव शर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने भुंतर एयरपोर्ट पर माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट से उड़ान भरी।
इस दौरान एनसीसी के 2 कैडेटस ने भी माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट एयर एक्सपीरियंस किया। इसके बाद वायरस एसडब्लू 80 माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट ने पटियाला के लिए उड़ान भरी।
पंजाब एयरबेस पटियाला के कमान अधिकारी ग्रुप कमांडर राजेश शर्मा ने कहां की वायरस एसडब्लू 80 माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट पहली बार भुंतर एयरपोर्ट पर लैंड किया है।
उन्होंने कहा कि एनसीसी एयरविंग कैडेटस के लिए सबसे वायरस एसडब्लू 80 माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट से फ़्लाइंग की ट्रेनिंग होती है।
उन्होंने कहा कि एनसीसी एयर विंग एडिट एयरक्राफ्ट फ्लाइंग का एक्सपीरियंस करने के बाद कैरियर के रूप में आगे जाकर आर्मी या निजी क्षेत्र में जाकर अपनी सेवाएं देते हैं।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार डीजीएनसीसी और डायरेक्टर टीम स्पीड की भावना से कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट अथॉरिटी के एटीसी के अधिकारियों के द्वारा ड्राइंग के लिए परमिशन प्रदान की जाती है।
उन्होंने कहा कि एयर एनसीसी के एंकर से भुंतर एयरपोर्ट पर वायरस एसडब्लू 80 माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट के लिए सबसे ऊँचाई पर फ़्लाइंग करने का एनसीसी कैडेटस के लिए सुनहरा अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि वन एचपी एयर ग्रुप कमांडर एसके शर्मा और इनसे पहले ग्रुप कमांडर के द्वारा प्रयास किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अगले 5 महीने में एनसीसी एयर विंग कैडेटस के लिए फ्लाइंग की सुविधा शुरू होगी, जिसके लिए आज भुंतर एयरपोर्ट पर माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट के हैंगर और एयर स्ट्रीप उड़ान भरने का ट्रायल किया गया है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू-मनाली भुंतर एयरपोर्ट पर एनसीसी एयर विंग कैटलॉग के लिए माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट के द्वारा उड़ान के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऐसे में एनसीसी कैडेटों के लिए सेकंड ईयर में 2, थर्ड ईयर में 3 फ्लाई करना अनिवार्य होता है। इससे पहले हिमाचल के कैडेटस को पटियाला में ट्रेनिंग के लिए जाना पड़ता था, लेकिन अब अगले 5 महीने के बाद कुल्लू मनाली भुंतर एयरपोर्ट पर एनसीसी कैडेटों को माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट से फ्लाइंग की ट्रेनिंग मिलेगी।
भुंतर एयरपोर्ट के डायरेक्टर सिद्धार्थ कदम ने कहा कि पिछले 10-12 सालों से एनसीसी एयर विंग के माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट का मामला कई वर्षों से पेंडिंग पड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि हैंगर के लिए कनेक्टिविटी न होने से टैक्सी ट्रक का निर्माण भी नहीं हुआ था, जिसके लिए अब तक भुंतर में यह सुविधा नहीं मिल पा रही थी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रदेश सरकार के द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी को 58 लाख की राशि दी गई है, जिसके बाद एयरस्ट्रिप और हैंगर का काम 70% पूरा हुआ है।
आने वाले 2 महीने के भीतर सारा का सारा काम पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वायरस माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट पहली बार भुंतर एयरपोर्ट पर आया है, जहां पर एनसीसी कैडेटों को पहला एयर एक्सपीरियंस करवाया गया है।