भारतीय जवान किसान पार्टी बनेंगी देश का रक्षक कर्णधार और होगी साफ़ सुथरी सरकार- बालक राम शर्मा

--Advertisement--

भारतीय जवान किसान पार्टी का जन्म केन्द्र सरकार की देन, भारतीय जवान किसान पार्टी केन्द्र सरकार की सदैव आभारी रहेगी, देश की रक्षक ढाल बनकर दीवार की तरह खड़े रहने वाले देंगें साफ-सुथरी सरकार, देश के कनिष्क रैंक वाले वेटरन्स सैनिक नहीं आना चाहते राजनीति में परन्तु केन्द्र सरकार ने कोई तबज्व नहीं दी और जो हमारे साथ हुए भेदभाव, अन्याय धोख़ा व छल को देखते हुए उस अपमान को सहन नहीं कर सकते थे, राजनीति में आना मजबूरी बन गई क्योकि अपनी बात रखने के लिए कोई दुसरा रास्ता नहीं बचा था अनुशासन के साथ जो हथकंडे अपनाने थे अपनाये गए परन्तु सफलता हाथ नहीं लगी इसलिए राजनीति का रास्ता अख्तियार करने के लिए मज़बूरवश आना पड़ा

बिलासपुर – सुभाष चंदेल

हिमाचल प्रदेश वैटरन सैनिक कल्याण एंव विकास समिति के प्रदेशाध्यक्ष व युनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन हिमाचल प्रदेश के वाईस चेयरमैन वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने पत्रकार वार्ता में कहा कि राजनीति एक ऐसा रास्ता बना दिया कि आम जन गरीब की आवाज आगे तक ले जाने के लिए राजनैतिक रास्ता अख्तियार करना जरुरी हो गया है।

क्योंकि देश के वेटरन्स वन रैंक वन पेंशन व छठे व सातवें वेतन आयोग की विसंगतियों और कनिष्क रैंक के साथ हुए अन्याय और भेदभाव को लेकर अपनी जायज मांगों के लिए अनुशासन के साथ जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किये और धरना-प्रदर्शन हर राज्य के सैनिकों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।

धरना-प्रदर्शन के इलावा हर लेवल पर नेताओं मंत्रियों सांसदों को ज्ञापन भी दिए और केन्द्र सरकार व रक्षा मंत्रालय से लगातार बातचीत की कोशिश भी की गई परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा कोई तबज्व नहीं दी गई यहां तक एक साल दो महिने से ऊपर धरना-प्रदर्शन को हो गए और ज्ञापन भी दिए गए परन्तु केन्द्र सरकार ने अपने हठीले अड़ियल रवैए अख्तियार कर बात-चीत करना भी मुनासिब नहीं समझा।

तीन जजों की कमेटी की मांग करते रहे कोई तबज्व न देने के बाद आगे जिसके कारण देश के वेटरन्स ने अपना अपमान व तोहींन समझी और हमारी मांगों व आवाज को दबाने और कुचलने का काम केन्द्र सरकार द्वारा किया जो देश की जनता ने सब देखा प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं है।

समिति प्रदेशाध्यक्ष वैटरन कैप्टन बालक राम शर्मा ने आगे बताया कि वैटरन सैनिक कुछ एक बड़े लेबल को छोड़कर कनिष्क रैंक के वैटरन सैनिक राजनीति से कोषों दुर थे परन्तु केन्द्र सरकार द्वारा अपनाया गया हठ्ठीला और अड़ियल रवैए से नाराज होकर देश के वेटरन्स ने यह निर्णय लिया कि हमारी मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया न कोई बातचीत की।

जिसके कारण संसद भवन तक पहुंचने के लिए अपनी बात रखने के लिए अब राजनीति का रास्ता अख्तियार करना एक मजबूरी बन गई और अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक करना व राजनीति में घुसना मजबूरी बन गई और देश के वेटरन्स ने आगे बढ़ते हुए एक नई पार्टी का ऐलान कर दिया गया। पार्टी का नाम भारतीय जवान किसान पार्टी
रखा गया।

क्योंकि जवान किसान का बेटा है, किसानों के बच्चे ही जवान है, जो सेना का रुख करते हैं। इसलिए इसका नाम भारतीय जवान किसान पार्टी रखा गया। ये वेटरन्स और किसानों की पार्टी है। अब ये पार्टी लोक सभा चुनावों के लिए मैदान में उतर चुकी है और अपने कैंडीडेट मैदान में उतार दिये गए और कोशिश आगे जारी है कि सभी 543 सीटों पर उम्मीदवार उतर जायें।

इस पार्टी को जन्म देने के लिए केंद्र सरकार का बहुत बड़ा हाथ है। अगर केंद्र सरकार सैनिकों की मांगों पर गौर करती तो शायद इस नई पार्टी का जन्म नहीं होता। ऐसा सोचा नहीं था, परन्तु देश का वेटरन्स केन्द्र सरकार का सदैव आभारी रहेंगे की हमें राजनीति की ताक़त केन्द्र सरकार द्वारा दी गई इसलिए देश के वेटरन्स सैनिक हमेशा केन्द्र सरकार के धन्यवादी रहेंगे।

--Advertisement--

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

--Advertisement--

Popular

More like this
Related

गठन होते ही विवादों में घिरी सनातन सभा डलहौजी

डलहौजी - भूषण गुरूंग  आज सदर बाजार में स्थित लक्ष्मी...

केंद्र ने लिखा पत्र, हिमाचल प्रदेश सरकार यूपीएस लागू करे तो मिलेगी 1600 करोड़ रुपये की मदद

शिमला - नितिश पठानियां केंद्र सरकार ने हिमाचल सरकार को...

सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर के भरेंगे 200 पद

धर्मशाला - हिमखबर डेस्क सिक्योरिटी गार्ड और सुपरवाइजर (केवल पुरुष)...

खालिस्तानी जिंदाबाद फोर्स के 3 आतंकियों का एनकाउंटर, 2 AK 47, 2 ग्लॉक पिस्तौल बरामद

पंजाब - भूपेंदर सिंह राजू पीलीभीत में उत्तर प्रदेश पुलिस...