चम्बा, धर्म नेगी
जिला चंबा के अंतर्गत आती 240 मेगावाट पानी विद्युत परियोजना में चल रही अनियमितताओं को लेकर पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने उपायुक्त के माध्यम से सरकार को शिकायत पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने विद्युत परियोजना में अपनाई जा रही अनियमितताओं को लेकर रोष व्यक्त किया है।
अपने लिखे पत्र में ठाकुर सिंह भरमौरी ने कहा है कि कंपनी द्वारा जमीन मालिकों के हितों को दरकिनार कर भाई भतीजावाद की नीति अपनाई जा रही है। कंपनी द्वारा बड़े वाहनों की आवाजाही से सड़कों की दुर्दशा कर दी गई है जिसे जगह-जगह धूल उड़ती है और पानी फेंकने की कोई उचित व्यवस्था नहीं की गई है।
परियोजना निर्माण में विस्फोटक सामग्री को रखने की कोई मैगजीन नहीं बनाई गई है विस्फोटक से भरे वाहन सड़कों के किनारे खड़े कर दिए जाते हैं जो कल को किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं।कंपनी द्वारा वाहनों में डाले जाने वाले डीजल के लिए अभी तक टैंकर व पंपों का कोई प्रावधान नहीं है सड़कों किनारे खड़े डीजल की वाहन किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि कंपनी स्थानीय विधायक के कहने पर ऐसी ठेकेदारों को काम दे रही है जो पूर्ण रूप से कार्य करने में सक्षम नहीं है। ये ठेकेदार बिना किसी सेफ्टी के कामगारों से काम ले रहे हैं। ठाकुर सिंह भरमौरी में कहा कि जीएसडब्ल्यू में कार्यरत प्रोजेक्ट डायरेक्टर व जीएम ने मिलकर कंपनी का केसरीकरण कर दिया है|
यह दोनों इस तरह की अनियमितताएं कर रहे हैं जो स्थानीय लोगों की हितों को छोड़कर विदाई के रिश्तेदारों को कंपनी में नौकरी व सप्लाई या दे रहे हैं। यह दोनों अधिकारी गरीब जनता को दरकिनार कर विधायक को साथ में लेकर कार्य कर रहे हैं।
भरमौरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रोजेक्ट डायरेक्टर व जीएम सरकार के आदेशों की भी अवहेलना कर रहे हैं। एक तरफ जहां देश करोना जैसी भयानक बीमारी से जूझ रहा है दूसरी तरफ कंपनी के कार्यालय बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग मास्क और सैनिटाइजर से धड़ल्ले से खुले हैं जिससे कोरोनावायरस का खतरा लगातार बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस बारे में लोगों ने प्रशासन को अवगत कराया था तो कंपनी ने कार्यालय बंद कर दिया था लेकिन अगले दिन से फिर उन्होंने कार्यालय खोल दिया।
भरमौरी ने कहा कि पन विद्युत परियोजना से निकाले गए मक्क को अवैध तरीके से रावी नदी में फेंका जा रहा है जो कल को किसी बड़ी आपदा का कारण बन सकता है। इतना ही नहीं कंपनी द्वारा निर्माण कार्य के दौरान कई पेड़ पौधों को नष्ट कर दिया गया है साथ ही मनमाने तरीके से बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त कर दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट द्वारा बैराज साइड में जो टनल बनाई जा रही है उससे होने वाली ब्लास्टिंग से कुठेड़ गांव के लोगों की घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। पीड़ित परिवारों ने इस बारे में प्रशासन से गुहार भी लगाई लेकिन आज तक उन्हें न्याय नहीं मिला।
कंपनी द्वारा डल्ली- चोली में जो क्रशर प्लांट लगाया गया है उसी अभी पूर्ण रुप से ढका नहीं है जिससे लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. इस बारे में कांग्रेस समर्थित प्रधानों व लोगों ने इनका विरोध भी किया लेकिन कंपनी के आला अधिकारियों की मिलीभगत से इन लोगों पर केस करवा दिया गया वह पुलिस स्टेशन में बुलवा कर उन्हें प्रताड़ित किया गया।
पूर्व वन मंत्री ने सरकार से आग्रह किया है कि इन सब विषयों को ध्यान में रखते हुए सरकार उचित हल करे अन्यथा कांग्रेस पार्टी जनता के हित को मद्देनजर रखते हुए किसी बड़े आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएगी जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन व सरकार की होगी।
आपको बता दें जिला चंबा की जनजातिय क्षेत्र में विद्युत परियोजना का निर्माण कर रखा है जिसमें अपनाई जा रही अनियमितताओं को लेकर कल पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी ने कंपनी को आगाह किया कि वे अपने मनमाफिक तरीके अपनाने सेवा जाए अन्यथा कंपनी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।