हिमखबर डेस्क
मंडी जिला के धर्मपुर उपमंडल के मंडप क्षेत्र में हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
हादसा उस समय हुआ जब चालक ने ब्रेक फेल होने की बात कहकर बस को पहाड़ी से टकरा दिया। हालांकि, इस हादसे में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ और बस में सवार करीब 20 यात्री सुरक्षित रहे।
लेकिन घटना के बाद विभागीय जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, वे चालक की लापरवाही की ओर इशारा कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, मंडप से सरकाघाट जा रही बस में चालक हेमराज और परिचालक नथू राम तैनात थे। चलती बस की प्रेशर ब्रेक कथित रूप से फेल हो गई।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए चालक ने बस को एक पहाड़ी से टकरा दिया, जिससे बड़ा हादसा टल गया। घटना की सूचना चालक ने तत्काल एचआरटीसी सरकाघाट डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक (आरएम) मेहर चंद को दी।
दुर्घटना के बाद आरएम द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया कि यह मामला केवल तकनीकी खराबी का नहीं, बल्कि चालक की लापरवाही का है।
विभागीय जांच में पाया गया कि बस की केवल एक ब्रेक खराब थी, जबकि बाकी तीन ब्रेक पूरी तरह कार्यशील थीं। ऐसे में बस को नियंत्रित करना संभव था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि हादसे के बाद चालक उसी खराब बस को वापिस सरकाघाट लेकर आया, वह भी खतरनाक उतराई वाले मार्ग से। इससे चालक की मंशा और निर्णय पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आरएम सरकाघाट ने यह भी बताया कि एक दिन पहले यही चालक मोरला के पास एक अन्य बस को नाली में उतार चुका था, जिसे बाद में क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया। उस घटना की भी विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
दोनों घटनाओं को गंभीर मानते हुए विभाग ने विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। चालक की भूमिका की गंभीरता से समीक्षा की जा रही है। यदि लापरवाही सिद्ध होती है, तो एचआरटीसी चालक के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।