बैशाखी मेलेमें भारी भीड़ जुटने से व्यापारियों की रही बल्ले बल्ले, ट्रैफिक व्यवस्था पीटने से लोग घण्टो जाम में फंसे रहे ।
रिवालसर – अजय सूर्या
बैसाख सक्रांति पर त्रिवेणी धर्म स्थली रिवालसर मेंआयोजित बैशाखी मेले के अवसर पर रिवालसर झील में सैंकड़ो श्रद्धालुओं ने झील में लगाई आस्था की डुबकी। बड़ी संख्या श्रद्धालु सुबह से ही भारी तादात में रिवालसर झील में स्नान किया।
उसके बाद श्रद्धालुओं ने लम्बी लम्बी कतारों में ,बाबा धजाधारि लोमश ऋषि मन्दिर ,व शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर माथा टेका। मेले के दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोगो ने रिवालसर के बैसाखी मेले में दस्तक दी। छूटी का दिन होने के कारण रिवालसर झील परिसर व मेला ग्राउंड पूरी तरह खचाखच भरा हूआ नजर आया ।
मेले में हमीरपुर ,बिलासपुर के घुमारवीं , जाहु ,धर्मपुर ,गोपालपुर,सरकाघाट,दुर्गापुर ,व बल्ह घाटी से लोग मेला देखने रिवालसर में पहुंचे। रिवालसर के मंदिरों में व रिवालसर के प्राचीन गुरु गोविंद सिंह जी गुरुद्वारा में हिन्दू व सिख श्रद्धालुओं में भारी भीड़ जुटी ।
रिवालसर झील परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नैना देवी बाबा धजाधारी कमेटी द्वारा पूरे मेले के दौरान लंगर की व्यवस्था की गई है। इसी तरह गुरुद्वारा साहिब रिवालसर में भी संगतों की सुविधा के लिए भंडारे का आयोजन किया गया है। रिवालसर में आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रैफिक व्यवस्था सही न होने के कारण ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा ।
कलखर रिवालसर मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य के कारण सड़क पर पड़े गढ़े व धूलमिट्टी से लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा ।रिवालसर के हबानी से लेकर गरलौनी तक व रिवालसर से देहरिगल्लू तक लोगो घण्टो जाम में फंसे रहे।
रिवालसर बैशाखी मेले में इस बार बड़ी संख्या में क्षेत्र के देवी देवता पहुंचे है। रिवालसर के धार्मिक बैसाखी मेले मेंपहले दिन तो भीड़ न जुटने व्यापारियों के चेहरे की रंगत उड़ी थी। मगर दूसरे दिन भारी सँख्या में रिवालसर मेले में लोगो की उपस्थिति से व्यापारियों ने खूब चांदी कुटी ।