फोरलेन निर्माण में अब 90 दिन में एलाइनमेंट, भूमि अधिग्रहण, मुआवजा, एनएचएआई ने घटाया दो साल तक फंसने वाले कामों का समय, फोरलेन निर्माण में अब नहीं होगी दिक्कत
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल में फोरलेन निर्माण में एलाइनमेंट, भूमि अधिग्रहण और प्रभावितों को मुआवजा देने का चक्र 90 दिन में पूरा होगा। एनएचएआई ने दो साल तक फंसे रहने वाले इन कामों का समय घटा दिया है। खास बात यह है कि एलाइनमेंट से भूमि अधिग्रहण तक का हिस्सा तीन महीने में पूरा हो जाएगा।
इस व्यवस्था से नेशनल हाईवे को फोरलेन बनाने में सबसे बड़ी अड़चन का निपटारा जल्द हो पाएगा। एनएचएआई ने परियोजना के थ्री-ए से थ्री-डी तक के फासले को तय करने का समय घटाने का फैसला किया है।
पहले थ्री-ए से थ्री-डी तक की प्रक्रिया में आठ महीने से एक साल तक का समय लग जाता था और इस वजह से परियोजना के शुरू होने के देरी हो रही थी।
गौरतलब है कि भूमि अधिग्रहण को लेकर तमाम औपचारिकताएं थ्री-डी में ही निपटाई जाती हैं। इसमें भूमि अधिग्रहण में आने वाली जमीन के संबंध में स्थानीय समाचार पत्र के माध्यम से प्रभावितों तक जानकारी पहुंचाई जाती है।
पहले थ्री-डी से थ्री-जी तक के हिस्से को पूरा करने में 12 से 14 महीने लग जाते थे और अंतिम प्रक्रिया थ्री-जी से थ्री-एच तक पहुंचने में 14 से 24 महीने खर्च हो रहे थे।
अब एनएचएआई ने इस पूरे समय को घटाकर छह महीने तक सीमित कर दिया है, जिस भी क्षेत्र में फोरलेन का काम पूरा होना है, उसमें तीन से छह महीने के बीच में थ्री-ए से थ्री-एच तक की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा।
तमाम औपचारिकताएं पूरी होने के बाद फोरलेन का निर्माण शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि एनएचएआई के इस पूरे चक्र में एलाइनमेंट, भूमि अधिग्रहण और प्रभावितों को मुआवजा राशि वितरित करने की प्रक्रिया शामिल है।