कुल्लू – अजय सूर्या
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में पशुपालन विभाग में फर्जी प्रमाण पत्र देकर नौकरी करने का एक मामला सामने आया है। कुल्लू पशुपालन विभाग में एक ‘मुन्नाभाई’ कर्मचारी का भंडाफोड़ हुआ है। कर्मचारी प्लस टू के फर्जी प्रमाण पत्र से दो साल तक इस विभाग में पशु फार्मासिस्ट की नौकरी करता रहा।
विभाग को अब जाकर पता चला है कि उसने प्लस टू की परीक्षा पास ही नहीं की, बल्कि फर्जी प्रमाण पत्र का जुगाड़ कर अनुबंध आधार पर विभाग में नौकरी कर रहा है। विभाग ने आरोपी अनुबंध कर्मी की सेवाओं को समाप्त करने के साथ ही अब पुलिस में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया है।
मामले में पशु स्वास्थ्य, प्रजनन, जिला कुल्लू के उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र पाल ने आरोपी अनुबंध कर्मी के खिलाफ कुल्लू पुलिस थाना में की शिकायत दर्ज करवाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर बीएनएस की सेक्शन 338, 336 (3), 340 (2) के तहत मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। धोखाधड़ी-जालसाजी की इन धाराओं में न्यायालय में अभियोग साबित होने पर सात साल तक की सजा हो सकती है।
राजेंद्र पाल ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत में कहा कि आनी के एक युवक ने 26 सितंबर 2022 को विभाग में बतौर पशु फार्मासिस्ट, पशु औषधालय वंशावल (आनी) में अनुबंध आधार पर तैनाती पाई थी। जांच में उसके 12वीं कक्षा के प्रमाण पत्र पर कुछ संदेह हुआ।
इस पर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान नोएडा (एनआईओएस) से इसकी जांच करवाई गई क्योंकि आरोपी का दावा था कि उसने यहीं से प्लस टू किया था। एनआईओएस ने जांच की चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि अनुबंधकर्मी का यह शैक्षणिक प्रमाण पत्र फर्जी है। उपनिदेशक के अनुसार इस आधार पर आरोपी अनुबंध कर्मी की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं।
एएसपी संजीव चौहान के बोल
कुल्लू एएसपी संजीव चौहान ने मामले की जानकारी दी। एएसपी संजीव चौहान के कहा कि फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने के मामले में आरोपी के खिलाफ कुल्लू थाना पुलिस में शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।