हिमखबर डेस्क
सर्दियों की आहट के साथ ही पौंग झील में बाहरी राज्यों के प्रवासी पक्षी आने से झील गुलजार हो रही है। पौंग झील में प्रवासी पक्षियों ने दस्तक दे दी है तथा इनकी चहचहाट व तैराकी की अठखेलियां पर्यटकों को भी अपनी तरफ खींच रही हैं।
प्रवासी पक्षी बाहरी देशों अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, साइबेरिया इत्यादि से पौंग झील में पहुंचते हैं। बाहरी देशों में ज्यादा ठंड के कारण झीलें बर्फ बन जाती हैं तथा ऐसे में यह प्रवासी पक्षी हिमाचल प्रदेश की नदियों की तरफ रुख करते हैं।
पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की आमद अक्तूबर माह के अंत से होना शुरू हो जाती है तथा अप्रैल माह में गर्मियों की दस्तक के साथ ही यह प्रवासी पक्षी अपने देशों की तरफ उड़ान भर लेते हैं।
ताजा आंकड़ों के अनुसार अभी तक झील में 6478 प्रवासी पक्षियों ने दस्तक दे दी है, जिनमें लिटल कोरमोरेंट प्रजाति के प्रवासी पक्षियों की संख्या 1540, कैटल इग्रेट प्रजाति के 1534, युरेशिन कूट के 416, लिटल रिगड पलोवर के 181, केंटीश पलोवर के 32, नॉर्थन पिनटेल के 78, व्हाइट वैगटेल के 150 सहित अन्य प्रवासी पक्षी पहुंचे हैं।
इस बार झील में पानी काफी ज्यादा है तथा इस बार ज्यादा प्रवासी पक्षियों के आने की उम्मीद जताई जा रही है। इन प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा का जिम्मा वन्य प्राणी विभाग को सौंपा गया है तथा प्रवासी पक्षियों के आने के साथ ही वन्य प्राणी विभाग इनकी सुरक्षा में अलर्ट हो गया है। ड्रोन व दूरबीन सहित टीमों द्वारा इन पर नजर रखी जा रही है।
डीएफओ रेजीनॉड रॉयस्टोन के बोल
इस बारे में वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ रेजीनॉड रॉयस्टोन ने कहा कि पौंग झील में प्रवासी पक्षियों की आमद शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि विभागीय टीमें भी इन प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा में तैनात कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई इनका शिकार करता पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

