शिमला – नितिश पठानियां
जेओए आईटी पेपर लीक मामले में विजिलेंस जल्द ही आयोग के सचिव की गिरफ्तारी कर सकती है। पेपर लीक मामले में आयोग की सचिव की नाम तीन एफआईआर में शामिल किया गया है। ऐसे में आने वाले समय में आयोग के सचिव की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने जेओए आईटी के दो पोस्ट कोड और ड्राइंग मास्टर के पेपर में आयोग के सचिव के खिलाफ एफआईआर में नाम शामिल किया है। कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने अभी तक चार एफआईआर दर्ज की हैं।
विजिलेंस जेआए आईटी पोस्ट कोड 817 में पांचवीं एफआईआर दर्ज करेगी। विजिलेंस की जांच में जेओए आईटी 817 में कई अहम साक्षय मिले हैं। इन साक्षय के आधार पर विजिलेंस इसी सप्ताह पेपर लीक मामले में एक और अलग से एफआईआर दर्ज करेगी।
इससे पहले पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने आठ आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर कर दी है। इसके बाद अब विजिलेंस एक और एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है। विजिलेंस की ओर से कई ओएमआर शीट भी जांच के लिए एफएसएल में भेजी गई थी, जिसमें कुछ ओएमआर शीट में भी गडबड़ मिली है।
एफएसएल की रिपोर्ट में एक ही पेन से दो अभ्यार्थियों की ओएमआर शीट भरने का खुलासा हुआ है, जिसमें आयोग के चपरासिया द्वारा अभ्यार्थियों की ओमएमआर शीट भरने के मामले में चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
विजिलेंस की जांच में मिले अन्य साक्षय के आधार पर जेओए आईटी 817 में विजिलेंस एक और एफआईआर दर्ज करेगी। विजिलेंस अब पता लगा रही है कि आरोपी महिला और एजेंट के तार कहां-कहां जुड़े हैं।
विजिलेंस पता लगा रही है कि आयोग द्वारा आयोजित की गई कौन-कौन सी परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। गौर हो कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तारी की गई आरोपी महिला कर्मचारी पिछले करीब तीन साल से कर्मचारी चयन आयोग की सीक्रेसी ब्रांच में तैनात थी। ऐसे में विजिलेंस पता लगा रही है कि इससे पहले कौन-कौन सी परीक्षाओं के पेपर आरोपी महिला कर्मी ने लीक किए हैं।
उधर, एडीजीपी विजिलेंस सतवंत अटवाल का कहना है कि पेपर लीक मामले की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि एसआईटी की जांच में कई अहम साक्षय मिले हैं। उन्होंने बताया कि विजिलेंस जल्द ही इस सप्ताह पेपर लीक मामले एक और एफआईआर दर्ज करेगी।