पूरा होने वाला है मुख्यमंत्री सुक्खू का ड्रीम प्रोजेक्ट, वित्त विभाग ने जारी किए 45.50 करोड़
शिमला – नितिश पठानियां
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का एक ड्रीम प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा होने वाला है। यह प्रोजेक्ट हिमाचल के सरकारी अस्पतालों में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने का है। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने यह घोषणा की थी। स्वास्थ्य विभाग को इस अत्याधुनिक तकनीक के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी करने में समय लगा और अब फाइनल स्टेज पर बात पहुंच गई है।
वित्त विभाग ने बुधवार को दो रोबोट खरीदने के लिए 70 फ़ीसदी लागत के हिसाब से 45.50 करोड़ की धनराशि भी जारी कर दी है। मुख्यमंत्री ने 12 सप्ताह के भीतर टांडा मेडिकल कॉलेज और सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना शिमला में ये रोबोट स्थापित करने को कहा है। इसी अवधि में विशेषज्ञ डॉक्टरों की ट्रेनिंग और बाकी एक्स्पोजऱ पर काम होगा।
स्वास्थ्य विभाग ने पहले चरण में दो रोबोट खरीदने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी की है, जो आखिर स्टेज पर है। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी रोबोटिक सर्जरी शुरू की जाएगी। इसके लिए जाइका के माध्यम से फंडिंग का इंतजाम किया जा रहा है।
रोबोटिक सर्जरी के लिए वही उपकरण हिमाचल सरकार खरीद रही है, जिसे वर्तमान में एम्स दिल्ली में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। ये रोबोट स्थापित होने के बाद हिमाचल से बाहर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सक भी इनके जरिए सर्जरी कर सकेंगे। हिमाचल में इस तरह की सर्जरी स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत भी हो पाएगी या नहीं, यह अभी तय नहीं है।
ये फायदे हैं रोबोटिक सर्जरी के
हिमाचल के लिए रोबोटिक सर्जरी पूरी तरह नए कांसेप्ट है। इससे होने वाली सर्जरी एक्यूरेसी के साथ होती है, जिसमें टिश्यू डैमेज कम से कम होता है। इससे मरीज का अस्पताल में स्टे कम हो जाएगा और मरीज को रिकवर करने में भी कम समय लगेगा। जटिल सर्जरी को करने में भी रोबोट से काफी मदद मिलती है।