डोल भटहेड़ – विकास शर्मा
पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने पुलिस चौकी कोटला को पुलिस थाना का दर्जा प्रदान करने एवं कुठहेड़ में वर्षों से बंद पड़े वन रक्षक प्रशिक्षण केंद्र को पुनः चालू करने की मांग को दोहराते हुए कहा कि पूर्व सरकार के समय से ही इन जनहित से जुड़ी मांगों को लगातार उठाया जाता रहा है।
अब कांग्रेस की सरकार बनने उपरांत भी माननीय मंत्री चौधरी चंद्र कुमार के समक्ष भी पुलिस चौकी कोटला को पुलिस थाना का दर्जा दिलवाने और वर्षों से बंद पड़े वन प्रशिक्षण केंद्र कुठहेड़ को पुनः चालू करने की मांग को भी हर मंच पर कोटला बैल्ट की समस्त पंचायतों द्वारा लगातार उठाया जा रहा है लेकिन अभी तक इन जनहित मांगों पर कोई प्रगति न होते देखकर कोटला बैल्ट की समस्त पंचायतों के बाशिंदों में हताशा-निराशा ही देखने को मिल रही है।
राणा ने कहा कि कोटला बैल्ट की पंद्रह पंचायतों के बाशिंदे हर रोज पुलिस संबंधी कार्यों को लेकर दूर दराज जबाली के चक्कर काटने पर मजबूर हो रहे हैं जिससे धन और समय की बहुत ज़्यादा बरबादी हो रही है जबकि कोटला में पुलिस विभाग के पास लगभग सात कनाल भूमि भी पुलिस थाना भवन के निमार्ण केलिए उपलब्ध है।
वहीं वन रक्षक प्रशिक्षण केंद्र कुठहेड़ का लाखों रुपए से बना भवन भी पिछले कई सालों से बंद हालत में खंडहर बना हुआ है जबकि हर वर्ष इस भवन के रख-रखाव केलिए बजट का कुछ हिस्सा खर्च के रूप में वन विभाग की ओर से दर्शाया जाता है लेकिन भवन को प्रशिक्षण केंद्र के रूप या अन्य किसी भी गतिविधि के रूप में वन विभाग उपयोग में नहीं ला पा रहा है।
अतः माननीय कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार एवं माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सूखू जी से अनुरोध है कि जनहित में पुलिस चौकी कोटला को पुलिस थाना का दर्जा और वन रक्षक प्रशिक्षण केंद्र कुठहेड़ को पुनः चालू करने पर अतिशीघ्र संज्ञान लेते हुए कोटला बैल्ट की पंद्रह पंचायतों को राहत पहुंचाएं।