सिरमौर – नरेश कुमार राधे
हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब में एक कार चोर ने एक व्यक्ति पर देसी कट्टे से जानलेवा हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों गुटों में ईंटों और पत्थरों से भीषण संघर्ष छिड़ गया। इस वारदात के बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने से हड़कंप मच गया है।
इस वीडियो में मुख्य आरोपी युवक, भारतीय सेना और केंद्रीय सशस्त्र बलों (CAPFs) द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली इंसास राइफल के साथ न सिर्फ़ पोज़ दे रहा है, बल्कि उसने बुलेट की गोलियों से अपना नाम भी लिखा हुआ है। यह दृश्य खतरनाक हथियारों तक उनकी पहुंच पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
पुलिस ने देवी नगर की घटना के मामले में उत्तर प्रदेश के निवासी हमजा नामक युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हमजा पहले भी कार चोरी के कई मामलों में शामिल रहा है और उसे पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। सवाल यह नहीं है कि हमला हुआ, सवाल यह है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की मानक राइफल, एक आम अपराधी के हाथों में कैसे पहुंचे? क्या यह संगठित अपराध का संकेत है?
हालांकि, पुलिस इस संभावना की जांच कर रही है कि कहीं यह वीडियो केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करके बनाया गया तो नहीं, लेकिन इसकी संभावना कम ही नजर आ रही है।
डीएसपी मानविंदर ठाकुर के बोल
पांवटा साहिब के डीएसपी मानविंदर ठाकुर ने इस संवेदनशील मामले पर कहा कि “आरोपी के सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहनता से जांच और सत्यापन किया जा रहा है। इन अवलोकन के बाद ही कुछ निश्चित कहा जा सकता है। हालांकि, जांच के दौरान देवी नगर वाली घटना में गोली चलने की पुष्टि नहीं हुई है।
बता दे कि आरोपी ने खुद ही ये वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किया था। पुलिस की आधिकारिक पुष्टि न होने के बावजूद, एक शातिर अपराधी के पास सेना के स्तर के हथियार का वीडियो सामने आना, पांवटा साहिब और पूरे हिमाचल प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।


