हिमखबर डेस्क
सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले में शामिल तीन आतंकवादियों के स्केच जारी किए हैं। आतंकी हमले में शामिल संदिग्धों की पहचान आसिफ फूजी, सुलेमान शाह और अबू तल्हा के रूप में हुई है। शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, हमलावरों ने AK-47 राइफलों से लैस होकर करीब 20 मिनट तक गोलियां चलाईं, जिससे शांत पहाड़ी इलाका खौफनाक मंजर में बदल गया।
प्रारंभिक जांच से परिचित एक अधिकारी ने कहा, “वहां अफरा-तफरी मची हुई थी। गोलीबारी बंद नहीं हुई। लोग चीख रहे थे, छिपने के लिए भाग रहे थे – चारों तरफ खून-खराबा, दहशत, सब कुछ था। अधिकारियों का मानना है कि हमले में तीन से चार आतंकवादी शामिल थे। इनमें से दो की पहचान पाकिस्तानी नागरिक के रूप में हुई है और बाकी स्थानीय आतंकी हैं। सभी के बारे में कहा जाता है कि वे लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) और उसके प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) से जुड़े हैं।
22 अप्रैल को बैसरन में हमला हुआ, जो पर्यटक शहर पहलगाम का एक हरा-भरा घास का मैदान है, जिसे अक्सर देवदार के पेड़ों से लदे ढलानों और मनोरम दृश्यों के लिए ‘मिनी-स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। वसंत ऋतु के कारण घाटी में नई जान आने के कारण पर्यटक बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में आए थे लेकिन हमलावरों ने ‘मिनी-स्विट्जरलैंड’ को हत्या के मैदान में बदल दिया।
आतंकियों का स्केच जारी करने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने जनता से भी किसी भी सुराग के लिए सहयोग की अपील की है। इस डरावनी घटना को घाटी के हाल के इतिहास में सबसे भयावह आतंकवादी हमलों में से एक बताया जा रहा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह न केवल निर्दोष लोगों के जीवन पर हमला था, बल्कि कश्मीर में शांति की वापसी के प्रयास पर भी हमला था। यह कश्मीर के इतिहास में सबसे घातक आतंकवादी हमलों में से एक है। उन्होंने कहा कि हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे किसी भी सुराग को साझा करें और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें।
तलाशी अभियान तेज
इस बीच, कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और अनंतनाग तथा आसपास के जिलों में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। हमलावरों की तलाश में ड्रोन, हेलीकॉप्टर, खोजी कुत्ते और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।