व्यूरो रिपोर्ट
आजकल जहां महिलाए हर फील्ड में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। वहीं, कई जगहों पर महिलाओं को आज भी काफी रोक-टोक लगाई जाती है। हाल ही में पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक सनकी पति ने पत्नी की सरकारी नौकरी लग जाने पर उसका हाथ काट दिया।
जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल के बर्धमान जिले में केतु ग्राम में कुछ दिन पहले पीड़िता रेनू खातून की सरकारी अस्पताल में नर्स के तौर पर नौकरी लगी थी। ऐसे में पति मोहम्मद शेख उर्फ शरीफुल शेख को डर सताने लगा कि अगर उसकी पत्नी ने नौकरी शुरू कर दी तो वे उससे दूर हो जाएगी और किसी दूसरे आदमी के साथ शादी कर लेगी।
बताया जा रहा है कि जब रेनू नौकरी पर जाने लगी तो शेख के दोस्त उसे भड़काने लगी। ऐसे में इसका शक और बढ़ता चला गया। पीड़िता रेनू ने बताया कि जब उसकी नौकरी लगी तो तभी शरीफुल शेख ने सोच लिया था कि वे उसे ये नौकरी नहीं करने देगा।
पीड़िता ने बताया कि उसने कई बार शेख को समझाया, लेकिन फिर भी उनके बीच झगड़े होने लगे। उसने बताया कि उसने एक दिन दुर्गापुर जाना था तो इससे पहले शेख ने उसे घर बुलाया।
इसी दौरान रात करीब 10 बजे के बाद वे खाना खाने के बाद सो गई। इसी बीच जब रात को उसकी नींद खुली तो उसने देखा कि शेख बार-बार वॉशरूम जा रहा था। इसके बाद इसने पूछने पर बताया कि उसके पेट में दर्द है।
वहीं, कुछ देर बार जब वे फिर से सो गई तो उसे एहसास हुआ कि किसी ने उसके मुंह पर तकिया रख दिया और किसी ने उसका हाथ पकड़ कर रखा। इसके बाद कैंची जैसी किसी चीज से उसका हाथ काट दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि कुल तीन लोग थे, जिन्होंने उसका हाथ काटा। इतना ही नहीं जाते समय ये लोग पीड़िता के सारे दस्तावेज भी अपने साथ लेकर चले गए।
डॉक्टर ने बताया कि रेनू का दायां हाथ पूरी तरह से कटा हुआ था और उसके माथे पर भी काफी चोट लगी हुई थी। उसकी हालत काफी गंभीर थी। जिसके चलते रेनू की जान बचाने के लिए उसकी तुरंत सर्जरी करनी पड़ी और उसका हाथ काटना पड़ा। उन्होंने बताया कि अब रेनू के हाथ को दोबारा जोड़ने का कोई चांस नहीं था।