कहा-जीवन में नहीं आता है कोई भी बहाना, तहसीलदार की अध्यापकों तथा अग्रणी लोगों से अपील, कहा- सरकारी स्कूल हैं गरीबों के गुरूकुल, इन्हें बंद होने से बचाना हम सब की है जिम्मेदारी
नूरपुर – स्वर्ण राणा
नूरपुर तहसीलदार राधिका सैनी ने सोमवार राजकीय वरिष्ठ विद्यालय जाच्छ में छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक काउंसलिंग और मोटिवेशनल सत्र का आयोजन किया।
कार्यक्रम के दौरान तहसीलदार राधिका सैनी ने छात्रों को जीवन में आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतर मेहनत का महत्व समझाते हुए कई विश्व प्रसिद्ध हस्तियों के जीवन से प्रेरणा लेने की सलाह दी।
तहसीलदार ने छात्रों को अलीबाबा के संस्थापक जैक मा, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, मशहूर अभिनेता और बॉडीबिल्डर अर्नाल्ड श्वार्ज़नेगर, और स्टीव जॉब्स की “Be Hungry, Be Foolish” थ्योरी को अपनाने की प्रेरणा दी। तहसीलदार ने वर्तमान और अतीत की महान हस्तियों के संघर्ष और सफलता की कहानियों से सीख लेने पर जोर दिया।
इस दौरान उन्होंने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा, “जीवन में अंततः कोई भी बहाना काम नहीं आता है,केवल और केवल मेहनत ही सफलता की कुंजी है।”
उन्होंने शिक्षकों से नियमित ग्रुप डिस्कशन सत्र आयोजित करने की अपील की, ताकि छात्रों में आत्मविश्वास विकसित हो और वे संवाद कौशल में निपुण बन सकें!
छात्रों द्वारा मोबाइल के इस्तेमाल पर बात करते हुए तहसीलदार ने कहा कि टेक्नोलॉजी का सही उपयोग करें!उन्होंने जोर देकर मोबाइल के लाभ और उसके दुरुपयोग से बचने की भी बात कही।
तहसीलदार राधिका ने कहा कि सरकारी स्कूल गरीब परिवारों के बच्चों के लिए एक गुरुकुल हैं, जिन्हें बंद होने से बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों से इन विद्यालयों की गरिमा बनाए रखने और छात्रों को उनकी खुद की पहचान और क्षमता की खोज करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर तहसीलदार राधिका ने अधिकारियों के अलावा समाज के उन व्यक्तियों को भी स्कूलों में काउंसलिंग के लिए बुलाने का सुझाव दिया। जिन्होंने अपने दम पर अपने क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई है।