निरीक्षण करने आए SDM के सामने ग्रामीणों का NH कंपनी के खिलाफ फूटा गुस्सा, हाथापाई तक पहुंची बात
मंडी – अजय सूर्या
धर्मपुर उपमंडल की लौंगनी ग्राम पंचायत के गांव हुक़्क़ल में बीती 12 जून को हिमाचल किसान सभा के बैनर तले हुए प्रदर्शन की शिकायतों का स्पॉट निरीक्षण करने आये एसडीएम के समक्ष एनएच निर्माणाधीन कंपनी के परियोजना प्रबंधन को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा।
मौके पर एकत्रित हुए ग्रामीण निर्माणाधीन कंपनी की लेट लतीफी से नाराज नजर आए और बात हाथापाई तक पहुंच गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले 6 महीने से निर्माणाधीन कंपनी के द्वारा स्कूल का रास्ता नहीं बनाया जा रहा है, जिससे स्कूली बच्चों व ग्रामीणों को आने जाने में कहीं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौके पर पहुंचे एसडीम धर्मपुर जोगिंदर पटियाल ने कंपनी के परियोजना प्रबंधक से इसका जवाब मांगा तो वह संतोष जनक जवाब नहीं दे पाया। एसडीएम धर्मपुर जोगिंदर पटियाल, तहसीलदार बीती शाम 4 बजे हुककल गांव में स्पॉट निरीक्षण करने पहुंचे थे।
मौके पर एसडीएम में निर्माणाधीन कंपनी को 15 दिन के भीतर टूटे रास्ते व सड़कें बनाने के निर्देश दिए हैं। पूर्व जिला पार्षद भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग 70/03 यूनिट दो का निर्माण कार्य पाड़छु से कुमाहरड़ा तक बीआरएन कन्सट्रक्शन कंपनी द्वारा किया जा रहा है। लेकिन कंपनी द्वारा नियमों तक में रखकर काम किया जा रहा है।
हुक़्क़ल गांव के प्रवेश द्वार पर ही कल्वर्ट न होने और आगे स्कूल तक कि सड़क में गड्ढे ही गड्ढे पड़े हैं जिससे यहाँ से गुज़रना मुशिकलों से भरा है। यहां तक की निर्माणाधीन कंपनी के द्वारा स्कूल के खेल मैदान में भी मिट्टी फेंक दी गई है।
बीआरएन कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र पांडे ने एसडीएम धर्मपुर जोगिंदर पटियाल की मौजूदगी में बीते रोज स्कूल का टूटा हुआ रास्ता न बनाने की बात कही और बच्चों को वैकल्पिक मार्ग से जाने को कह दिया। इस पर किसान सभा और स्थानीय जनता ने जोरदार विरोध किया और उन्हें मौके से भगा दिया।
पूर्व जिला पार्षद भूपेन्द्र सिंह ने आरोप लगाया कि परियोजना प्रबंधक लगातार जनता के साथ दुर्व्यवहार करता है और उन्हें धमकाता है। उन्होंने बताया कि बीती 23 अप्रैल को बनाल, रियूर और बनेहरडी गांवों में निरीक्षण के दौरान भी परियोजना प्रबंधक ने इसी तरह का व्यवहार किया था।
किसान सभा ने बीआरएन कंपनी पर स्कूल का रास्ता तोड़ने, कल्वर्ट बंद करने, अवैध डंपिंग और धवाल क्षेत्र में की गई अवैध ब्लास्टिंग को लेकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो ग्रामीण सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे।