चम्बा – भूषण गुरुंग
आज मुख्यालय चंबा नगरपालिका परिसर में विजिलेंस विभाग की रेड पड़ी है तथा उन सभी दस्तावेजो को विजिलेंस विभाग ने सील कर दिया है जिसमे उनको शक था कि इसमें नगरपालिका चंबा द्वारा किसी न किसी तरह के घोटाले बाजी हुई है।
स्वच्छता का दावा भरने वाली चंबा की नगरपालिका आज खुद ही अपने जाल में फंसती हुई दिख रही है। आपको जानकर हैरानी होगी कि नगरपालिका चंबा में हर वर्ष करोड़ों रुपयों की आमदनी केवल अंतराष्ट्रीय मिंजर मेले के दौरान हो जाती है, पर जहां तक इस शहर की सफाई व्यवस्था बारे बात की जाए तो इसमें पैसा का खर्चा तो बहुत दिखाया जाता है पर वास्तव में यह पैसा क्या ठीक से उसी जगह खर्च किया जाता है इसका खुलासा नहीं हो पाता था।
इसी कड़ी में आज विजिलेंस विभाग के आला अधिकारियों सहित उनकी आई हुई टीम ने नगरपालिका में अचानक से रेड मार दी और उन सभी दस्तावेज को सील कर दिया, जिसमे विजिलेंस विभाग को किसी न किसी घोटाले होने का शक था।
विजिलैंस अतिरिक्त अधीक्षक अभिमन्यु वर्मा के बोल
विजिलैंस विभाग के अतिरिक्त अधीक्षक अभिमन्यु वर्मा ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि मिंजर मेले में सफाई ठेके में अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने बताया कि सफाई का ठेका लगातार एक ही व्यक्ति को दिया जा रहा था और इसमें कई अनियमितताएं पाई गई हैं। प्राथमिक जांच के आधार पर आज विभाग की टीम ने नगर परिषद कार्यालय में जाकर सभी संबंधित रिकॉर्ड को जब्त कर लिया है और अब इसकी विस्तृत जांच की जाएगी।
आरटीआई कार्यकर्ता भुवनेश्वर शर्मा के बोल
उधर, चम्बा के वरिष्ठ नागरिक एवं आरटीआई कार्यकर्ता भुवनेश्वर शर्मा ने बताया कि उन्होंने लंबे समय से नगर परिषद में चल रहे घोटाले के संबंध में विजिलैंस विभाग को शिकायत की थी। उन्होंने विजिलैंस विभाग की कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि विभाग इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगा।