शाहपुर – नितिश पठानियां
द्रोणाचार्य स्नातकोतर महाविद्यालय ने 21 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया, जो महान भारतीय गणितज्ञ स्रीनिवासा रामानुजन की जयंती के अवसर पर आयोजित किया गया था। इस आयोजन में विद्यार्थियों और अधयापको सदस्यों की जोशीली भागीदारी रही, और यह दिन गणित के प्रति उत्साह और रामानुजन के योगदानों को समर्पित रहा।
उपस्थित सम्माननीय व्यक्ति: कार्यकारी निदेशक: डॉ. बी.एस. पठानिया ,प्राचार्य: डॉ. प्रवीण कुमार शर्मा ,क्लब समन्वयक: सहायक प्रोफेसर कल्पना धीमान ,सहायक समन्वयक: सहायक प्रोफेसर अतुल राणा व् कार्यक्रम में अधयापक और छात्रों की व्यापक भागीदारी रही, जिसने इसे एक यादगार अवसर बना दिया।
इसमें आयोजित गतिविधियाँ:क्विज प्रतियोगिता:गणित आधारित एक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों की गणितीय जानकारी और समस्या समाधान क्षमता को चुनौती दी गई। यह क्विज तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए डिजाइन किया गया था।
भाषण प्रस्तुतियाँ:छात्रों ने प्रेरणादायक भाषण दिए, जिसमें उन्होंने रामानुजन की उपलब्धियों, उनके गणितीय सिद्धांतों और उनके आधुनिक गणित पर प्रभाव को उजागर किया। इन भाषणों ने रामानुजन की विलक्षणता और उनकी गणितीय धरोहर को मनाया।गणितीय योगदान पर गतिविधि:प्रतिभागियों ने रामानुजन के योगदान पर एक सत्र आयोजित किया, जिसमें उनके संख्यात्मक सिद्धांत और अनंत श्रेणियाँ जैसे विषयों पर चर्चा की गई।
इस सत्र ने छात्रों को उनके कार्य की गहराई और महत्व को समझने का अवसर दिया।नाट्य प्रस्तुति (स्किट):छात्रों ने एक स्किट प्रस्तुत किया, जिसमें स्रीनिवासा रामानुजन के जीवन, संघर्षों और गणितीय कौशल को रचनात्मक रूप से दर्शाया गया। यह नाट्य प्रस्तुति उनकी अद्वितीय यात्रा और गणित के प्रति उनके समर्पण को उजागर करती है।
पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता:पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता में छात्रों ने गणितीय अवधारणाओं और रामानुजन की धरोहर को कृतात्मक रूप से व्यक्त किया। इन पोस्टरों में गणित की सुंदरता और रामानुजन के योगदान की कल्पनाशील प्रस्तुति देखने को मिली।
राष्ट्रीय गणित दिवस का यह उत्सव केवल रामानुजन की प्रतिभा को सम्मानित करने के लिए नहीं था, बल्कि यह एक अवसर था जब कॉलेज समुदाय ने गणित की महत्ता को रचनात्मक और संवादात्मक तरीके से समझा और सराहा।
गंधर्व पठानिया और बलबिंदर पठानिया को इस कार्यक्रम में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सराहा गया, जिन्होंने इस कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।