सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत ङ्क्षसहड़ा में बरसात से पहले ही दोमंजिला भवन ध्वस्त होकर जमींदोज हो गया। गनीमत यह रही कि परिवार के सदस्य घर के बाहर बैठे हुए थे अन्यथा मंजर और भी भयानक हो सकता था।
बिलासपुर, सुभाष चंदेल
सदर विधानसभा क्षेत्र के तहत ङ्क्षसहड़ा में बरसात से पहले ही दोमंजिला भवन ध्वस्त होकर जमींदोज हो गया। गनीमत यह रही कि परिवार के सदस्य घर के बाहर बैठे हुए थे अन्यथा मंजर और भी भयानक हो सकता था।
जानकारी के अनुसार सिहड़ा पंचायत के तहत ङ्क्षसहड़ा गांव में बुधवार रात को करीब साढे दस बजे राकेश कुमार अपनी माता, भाई, भाभी तथा दादी के साथ खाना खाने के बाद घर के बाहर बैठे हुए थे।
इतने में अचानक दोमंजिला मकान देखते ही देखते ध्वस्त हो गया। मकान के ध्वस्त होने की सूचना मिलने पर पंचायत प्रधान सरोज कुमार, उपप्रधान राकेश वर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी मुस्कान भी मौके पर पहुंच गई। पंचायत प्रधान सरोज ने हलका पटवारी को भी सूचना दी।
बताया जा रहा है कि पुराने मकान के साथ करीब ढाई वर्ष पूर्व दोमंजिला भवन बनाया गया था जिसमें करीब 20 लाख रुपए खर्च किए गए थे। इसके अलावा मकान गिरने से मकान के नीचे थ्रैशर और एक दोपहिया वाहन भी दब गया है। राकेश के पिता का देहांत हो गया है जबकि वह स्वयं ठेकेदारी का काम करता है।
पंचायत उपप्रधान राकेश वर्मा ने बताया कि मकान के गिरने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। मकान की छत भी सुरक्षित है जबकि मकान में लगाया गया कैंची गेट भी सुरक्षित है। भवन की नींव भी नहीं दिखाई दे रही है। दो कमरे ऊपर और दो कमरे नीचे थे।
हलका पटवारी निखिल राणा ने बताया कि 20 हजार रुपये की फौरी राहत और तिरपाल तथा खाना बनाने के लिए बर्तन दिए जा रहे हैं।
वहीं जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी मुस्कान ने बताया कि उन्हें करीब 11 बजे भवन के गिरने की सूचना मिली जिसके बाद वह भी मौके पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि गिरे हुए भवन के साथ दो कमरों वाला एक और मकान भी जो कभी भी गिर सकता है क्योंकि उसकी हालत खस्ता है।
नुकसान का एस्टीमेट बनाने के लिए कह दिया गया है। पीडि़त को मकान के लिए अप्लाई करने के लिए कह दिया है। मकान बुजुर्ग महिला के नाम पर था।