आपातकाल में बच्ची को रक्त की आवश्यकता की सूचना जमटा में तैनात स्कूल प्रवक्ता (अर्थशास्त्र) सतीश शर्मा तक पहुंची, वो फ़ौरन ही बच्ची का अनमोल जीवन बचाने के मकसद से दौड़े – दौड़े मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।

बता दें कि मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में ये ब्लड ग्रूप उपलब्ध नहीं था। मासूम बच्ची में मात्र 4 ग्राम ही ब्लड बचा था इसी कारण तुरंत ही ब्लड की जरूरत थी।

ड्रॉप्स ऑफ़ होप्स के संस्थापक ईशान राव ने कहा कि समूह अपना फ़र्ज़ निभा रहा है। एक मकसद के लिए समूह को बनाया गया है, इसकी कसौटी पर उतरने का प्रयास किया जा रहा है।