चलवाडा – शिव गुलेरिया
भले ही भाजपा की केंद्र व प्रदेश सरकार ने परिवारवाद को खत्म करने का फैसला लिया हो लेकिन ज्वाली विधान सभा क्षेत्र से अभी तक परिवार वाद खत्म नहीं हुआ है।
उल्टा बढ़ने लगा है। अब 2022 के विधान सभा के चुनावों में जनता ही इस परिवार वाद को खत्म कर सकती है अन्यथा कोई चारा नहीं है।
बता दे कि पहले ज्वाली विधान सभा क्षेत्र पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा था तब भी प्रशासन पर बाप बेटे का सिक्का चलता था।
चौधरी चंद्र कुमार और उनके बेटे नीरज भारती का ही बोलवाला था, लेकिन जनता ने परिवारवाद को नकार कर 2017 के विधान सभा चुनावों में कांग्रेस के किले को उखाड़ डाला।
अब उसी राह पर ज्वाली के विधायक अर्जुन सिंह चल पड़े हैं और उनके बेटे लक्ष्य ठाकुर को आगे लाने की कोशिश कर रहे हैं।
जिसका ताजा उद्धाहरण 8 अगस्त 2022 को अंडर 14 लड़के व लड़कियों के टूर्नामेंट का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चलवाडा में देखने को मिला।
यहां विधायक अर्जुन ठाकुर ने खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया, तो विधायक के बेटे लक्ष्य ठाकुर ने 11अगस्त 2022 को टूर्नामेंट का समापन किया।
जो ज्वाली हल्के में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्कूल के प्रधानाचार्य की भी मजबूरी थी। क्योंकि अपने बेटे को प्रोमोट करने की विधायक की रणनीति पहले से ही तय हो चुकी थी।
सोचने की बात यह है कि अगर विधायक अर्जुन सिंह को पुत्र मोह न होता व परिवारवाद की लालसा न होती तो टूर्नामेंट समापन समारोह एसएमसी के प्रधान, पंचायत के प्रधान, वरिष्ठ नागरिक, वरिष्ठ प्रधानाचार्य द्वारा भी करवाया जा सकता था।
लेकिन चर्चा चल रही है कि शायद विधायक अपने परिवार के इलावा अन्य किसी को भी ऐसे कार्यक्रम करते नहीं देखना चाहते है।
बुद्धिजीवी वर्ग में अन्य किसी को ऐसे कार्यक्रमों में तरजीव न देने की सूरत में भारी रोष है और उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि 2017 की तर्ज पर 2022 में होने वाले विधान सभा के चुनावों में जनता इस परिवारवाद को चलता करेगी।