गुरमुख सिंह
आज हमारी स्टोरी एक विशेष पर आधारित है। जो एतेहासिक होने के साथ साथ लोगों के लिए पर्यटन स्थल और साथ में धार्मिक स्थल भी है। जो हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा की तहसील ज्वाली में है। जिस स्थान के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, बहां पंजाबी गायक कई गानो कि शूटिंग भी कर चुके है।
पब्लिक में काफी नाम कमाने बाले गायक , सिंघा, बबू मान, शाबर कोटी, सिंधु मुसेवाला, आदि पहुंच चुके हैं। हम बात कर रहे ज्वाली में स्थित पांग डैम के गर्व में समाए एतेहासिक, धार्मिक, पर्यटक स्थल बाथू की लड़ी की।
अधिक जानकारी के लिए हमने स्थानीय यूवक जतिन्दर सिंह से बातचीत की तो उन्होंने ने बताया कि यह मन्दिर लगभग चार से पांच हजार बर्ष पुराना है। पुर्वजों के कहने मुताबिक। इस मंदिर का निर्माण पांडवों के द्वारा अज्ञातवास के दौरान करवाया गया था।
यहां पर सुशोभित टावर नुमा ईमारत है जिस का अर्थ बाथू है और साथ में सात मंदिर की इमारत एक लेय में है जिसे यहां की लोकल भाषा में लड़ी कहा जाता रहा है जिसके कारण इस स्थान का नाम बाथू की लड़ी या बाथू टेंपल नाम पड़ गया ।
यहां पर हर साल फरवरी से जून-जुलाई तक हजारों लोग इस मंदिर के दर्शनों के लिए आते हैं। सरकारी तौर पर अभी तक यहां कोई खास सूविधा नहीं है। इस स्थान तक पहुंचने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बारिश होने पर आवागमन बाधित हो जाता है।
मगर यहां के नौजवान वर्ग ने अपने निजी तौर पर सैटअप लगाया हुआ है। जिसमें लोगों की सहुलियत के लिए चाय, पानी, बिस्कुट, आईसक्रीम, आदि सूविधा दे रहे हैं। एक बात ओर खास है कि यहां के नौजवान नाव चालक की सुविधा दे रहे हैं।
मिडिया कर्मियों से बात करते हुए नौजवान जतिंदर सिंह ने बताया कि सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। आज के समय में नौकरी मिलना बहुत मुश्किल है। परन्तु हमारे क्षेत्र के नौजवानों के लिए परमानैट यह स्थान एक रोजगार का साधन बन सकता है। लेकिन अभी तक तो मात्र चार महीने तक ही यहां पर रोजगार उपलब्ध होता है। सरकार चाहे तो यहां बारह मास भी रोजगार उपलब्ध करवा सकती है।