ज्वालामुखी- शीतल शर्मा
ज्वालामुखी के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं समाज सेवक रामस्वरूप शास्त्री, भाजपा नेता कुलदीप शर्मा,प्रकाश राणा, मनमोहन शर्मा, जोगेंद्र कौशल, देशराज अत्री, बाबूराम शर्मा आदि ने यहां जारी बयान में स्थानीय विधायक एवं राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला, जिलाधीश कांगड़ा डाक्टर निपुण जिंदल, एसडीएम ज्वालामुखी मनोज ठाकुर, मंदिर अधिकारी तहसीलदार दीनानाथ यादव, एसीएफ राजेंद्र कुमार, सहायक अभियंता मंदिर शमशेर सिंह, कनिष्ठ अभियंता विजय कुमार, मंदिर न्यास ज्वालामुखी के अधिकारी कर्मचारी पुजारी वर्ग न्यास सदस्यों से मांग की है कि पिछले कई वर्षो से बंद पड़े मंदिर न्यास ज्वालामुखी के पुराने लंगर भवन जो कि लाखों की लागत से बना है और लंगर का भवन अन्य स्थान पर बन जाने की वजह से पिछले कई सालों से खाली पड़ा है। उस लाखों की लागत से बने भवन का सदुपयोग किया जाए।
उस भवन को माता ज्वालामुखी के सौजन्य से गरीब परिवार से संबंधित श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क सराय के रूप में इस्तेमाल किया जाए। इस बड़े हाल में श्रद्धालुओं को मंदिर न्यास ज्वालामुखी के सौजन्य से बिस्तर आदि उपलब्ध करवाएं जाए और इसके साथ ही बैक साइड में बने शौचालय स्नानागार में श्रद्धालु नहा धो लेंगे।
इससे मंदिर पर किसी प्रकार का कोई अतिरिक्त आर्थिक बजट भी नहीं बढ़ेगा और बाहर से आने वाले गरीब परिवार से संबंधित श्रद्धालुओं को यहां पर निशुल्क धर्मार्थ सराय का लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले गरीब परिवारों के श्रद्धालु शहर के होटलों गेस्ट हाउस और महंगी सराय में कमरे नहीं ले सकते हैं जो सराय हैं वह भी होटल बन चुके हैं। वहां पर भी महंगे मनमाने रेट पर कमरे मिलते हैं।
भाजपा नेताओं ने बताया कि करोड़ों रुपये की आय होने के बावजूद मंदिर न्यास ज्वालामुखी की आज तक एक भी धर्मार्थ सराय नहीं है। जबकि अन्य मंदिरों में चार से छह तक सराय उपलब्ध है और इनमें धर्मार्थ सराय निशुल्क चलाई जा रही हैं। श्रद्धालु अपनी यथाशक्ति श्रद्धा के अनुसार दान की पर्ची कटाते हैं और मंदिर न्यास के तरफ से श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलती हैं।
यहां पर भी इस लंगर के पुराने बड़े हाल जिसमें पांच सौ के लगभग श्रद्धालुओं के उठने बैठने और सोने की क्षमता है। यहां पर कुछ अलमारियां सामान रखने के लिए बना दी जाए तो इस पुराने लंगर भवन में श्रद्धालुओं के लिए निशुल्क सराय को चलाया जा सकता है। इससे मंदिर न्यास ज्वालामुखी की आय में भी बढ़ोतरी होगी क्योंकि श्रद्धालु यहां पर अपनी नेक कमाई से यथा शक्तिदान देंगे।
दानी सज्जन श्रद्धालु यहां पर कंबल बिस्तर और अन्य सामान भी दान देंगे मंदिर न्यास की धर्मार्थ सराय की कमी भी पूरी हो जाएगी और श्रद्धालुओं को इससे लाभ में मिलेगा। यहां पर अलग से कमरे नहीं होंगे। यहां पर केवल मात्र बड़े हाल होंगे और उनमें श्रद्धालु मंदिर कर्मचारी से बिस्तर लेकर जमीन पर बिस्तर बिछा कर सोएंगे।
गरीब परिवार से संबंधित श्रद्धालुओं को इससे बड़ी राहत मिलेगी। शहर में बड़े-बड़े होटलों गेस्ट हाउसों में कमरे लेने की हर किसी श्रद्धालु की हैसियत नहीं होती है। इस वजह से उन्हें मंदिर न्यास से बहुत बड़ी राहत मिलेगी।
मंदिर न्यास की बैठक में रखा जाएगा सुझाव
विधायक रमेश धवाला से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि जो सुझाव आया है। उसे मंदिर न्यास ज्वालामुखी की बैठक में रखा जाएगा और चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है।