राजीव डोगरा
खुशनसीब है वो लोग जो खुशियां बांटते हैं।
मोहब्बत का राग और मोहब्बत के गीत
सब को सुनाते हैं।
कोई फर्क नहीं पड़ता उनको कि लोग
उनको हँसाते हैं या फिर रुलाते हैं।
वो बस चेहरे पर हल्की-हल्की मुस्कान लिए
जिंदगी बिताते हैं।
वो नहीं देखते कि राह में फूल पड़े हैं
या फिर चुभते कांटे, वो बस
मस्ती के आलम में खोए, कांटों को भी
फूल समझ निकल जाते हैं।
मौलिकता प्रमाण पत्र
मेरे द्वारा भेजी रचना मौलिक तथा स्वयं रचित जो कहीं से भी कॉपी पेस्ट नहीं है।
राजीव डोगरा (भाषा अध्यापक), गवर्नमेंट हाई स्कूल ठाकुरद्वारा
पता-गांव जनयानकड़, पिन कोड -176038, कांगड़ा हिमाचल प्रदेश
9876777233, rajivdogra1@gmail.com