जल जनित रोगों के बचाव व लक्षणों पर सभी विभाग लोगों को करें जागरूक -एसडीएम गोहर
गोहर/मंडी, 9 अगस्त 2024 – अजय सूर्या
मानसून के दौरान उभरने वाले जल जनित रोगों से बचाव और स्वास्थ्य संबंधित बीमारियों की रोकथाम व जागरूकता पर बैठक एसडीएम कार्यालय में एसडीएम गोहर लक्ष्मण सिंह कनेट की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम गोहर ने मानसून के दौरान जल जनित रोगों की रोकथाम व जागरूकता पर संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश दिए गए।
उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान जल जनित रोगों में पीलिया, डायरिया के फैलने की संभावना बनी रहती है इसीलिए सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर लोगों को पीलिया, डायरिया, डेंगू ,मलेरिया जैसी बीमारियों के लक्षणों व बचाव पर जागरूक करने के निर्देश दिए गए।
जल शक्ति विभाग को निर्देश करते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को बरसात के दौरान स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाएं तथा जल स्रोतों व जल भंडार बैंकों में साफ सफाई बनाए रखें और समय समय पर जल जनित रोगों के बचाव के लिए पानी की टेस्टिंग करते रहें तथा टैंकों में क्लोरिनेशन की प्रक्रिया के दौरान 30 से 45 मिनट तक टैंकों से पानी की सप्लाई आगे ना भेजें ताकि क्लोरिनेशन के दौरान वायरस और बैक्टीरिया मृत हो जाएं और लोगों को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके तथा उप मंडल स्तर के सभी स्कूलों में क्लोरिनेशन के लिए ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध करवाएं।
शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि शिक्षण संस्थानों में पानी की टंकियां निरंतर साफ करते रहें तथा पानी की टंकियों में निरंतर ब्लीचिंग पाउडर का प्रयोग करें ताकि पानी की स्वच्छता बनी रहे तथा बच्चों को जल जनित रोगों में डायरिया, पीलिया से संबंधित बचाव को इसके लक्षणों के बारे में बच्चों को जागरूक करें और उन्हें डेंगू, मलेरिया रोगों से संबंधित बचाव व लक्षणों से भी जानकारी उपलब्ध करवाएं।
बरसात के दौरान बच्चों को बाहर के स्ट्रीट फूड व फास्ट फूड ना खाने पर भी जानकारी दी जाए तथा बच्चों को स्कूलों में घर से ही बोतल में उबला हुआ पानी लाने के निर्देश दिए गए ताकि जल जनित रोगों से बच्चों के स्वास्थ्य को बचाया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि बरसात के दौरान उभरने वाले प्रमुख रोग पीलिया, डेंगू, डायरिया, मलेरिया के दवाइयां के स्टॉक बनाएं रखना के निर्देश दिए गए तथा स्कूलों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा बच्चों को इन सभी रोगों के बचाव व लक्षणों के बारे में भी जानकारी अवगत करवाने के लिए कहा गया।
ग्रामीण विभाग को निर्देश दिए की पंचायत स्तर पर बरसात के दौरान उभरने वाले रोगों पर लोगों को जागरूक करें तथा घर के आसपास तथा शौचालय में साफ सफाई बनाए रखने तथा बरसात के दौरान खेतों में काम करने वाले लोगों को सांपों के काटने व स्क्रब फाइटस (घास में पाए जाने वाला परजीवी बैक्टीरिया) के बचाव पर तथा बरसात के दौरान पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा लोगों को उबले हुए पानी पीने पर तथा साफ व स्वच्छ फलों, सब्जियों का प्रयोग करने पर लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिए गए।
महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देश दिए आंगनवाड़ी वर्कर के माध्यम से गर्भवती महिलाओं तथा स्तनपान करने वाली महिलाओं तथा अन्य लोगों को डायरिया, पीलिया, डेंगू मलेरिया संबंधित रोगों पर जागरूक करें।
ये रहे उपस्थित
बैठक में तहसीलदार गोहर संतराम, नागरिक चिकित्सा अधिकारी गोहर डाॅ रविंद्र ठाकुर, एसडीओ जल शक्ति विभाग गोहर दतराम ठाकुर, एसडीओ जल शक्ति विभाग केलियोधार दविंदर सिंह, बीईईओ चच्योट मंजू भारद्वाज तथा उपमंडल गोहर के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे।