फतेहपुर, 20 जुलाई अनिल शर्मा
पौंग बांध विस्थापितों की परेशानियां दिनों दिन बढ़ती जा रही हैं एक तरफ अपनी जन्मस्थली को छोड़ने का दर्द दूसरा अगर जगह मिली भी तो कोसों दूर यहां पहुंचने के लिए कई घंटों का सफर करना पड़ता है । लेकिन अगर यातायात के साधनों की व्यवस्था सही ना हो तो ऐसी जगह पहुंचना भी एक सपने के समान होता है आजकल पौग बांध विस्थापितों को अपनी आवंटित भूमि जो उन्हें राजस्थान में मिली है पर पहुंचना एक सपने के समान बन गया है।
बता दें कि कई अरसे से राजस्थान जाने वाली पठानकोट घड़साना बस सेवा बंद होने के चलते ये किसान खासे परेशान हैं। स्थानीय किसानों में रणवीर सिंह सलारिया,बिशंभर सिंह राणा ,जोगींदर सिंह गुलेरिया, सरूप सिंह पठानिया,चरणजीत वैद,रघुवीर सिंह पठानिया,तारा चंद संबियाल,धर्म सिंह स्पेहिया के साथ अन्यों ने सरकार व परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर से गुहार लगाई की इस बस को शीघ्र शुरू किया जाए ताकि लोग अपनी जमीनों की देख रेख के लिए आ जा सके ।
पौंग बांध विस्थापितों में रणवीर सिंह सलारिया ने बताया कि यह एक मात्र बस है जो सीधा राजस्थान जाती है। इसके ना चलने से सभी इस क्षेत्र के विस्थापित परेशानी में हैं। अतः इस बस का चलना विस्थापितों के लिए संजीवनी है।वहीं क्षेत्रिय परिवहन प्रबंधक राजिंदर पठानिया ने बताया कि करोना के चलते अभी कुछ ही रूटों पर गाड़ियां चल रही हैं जैसे ही उच्च अधिकारियों से आदेश मिलते ही शुरु की जाएगी।