ग्रामीण विकास बैंक द्वारा वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित

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मंडी – अजय सूर्या

हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक वित्तीय साक्षरता केंद्र मण्डी द्वारा राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सौजन्य से गांव पंडोल तहसील लड़भड़ोल में एक दिवसीय वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक जिला कार्यालय मंडी से वित्तीय साक्षरता समन्वयक राकेश ठाकुर ने किया।

उन्होंने कहा कि कृषि‍ भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ है जो न केवल इसलि‍ए कि‍ इससे देश की अधि‍कांश जनसंख्‍या को खाद्य की आपूर्ति होती है बल्‍कि‍ इसलि‍ए भी भारत की आधी से भी अधि‍क आबादी प्रत्‍यक्ष रूप से जीवि‍का के लि‍ए कृषि‍ पर नि‍र्भर है । किसान हमारे देश के स्तंभ हैं। वे जीवन भर देश में रहने वाले सभी लोगों के लिए खाद्य सामग्री की आपूर्ति करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं ।

उन्होंने कहा कि भारत में, लगभग दो-तिहाई आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। वे भोजन, चारा और अन्य कच्चे माल का उत्पादन करते हैं, और एक किसान के लिए आय का प्रमुख स्रोत हैं।

किसानों का वित्तीय साक्षर होना बहुत ज़रूरी है जिससे वे अपनी आमदनी बढ़ा सके तथा खर्चों पर नियंत्रण रख सके। किसानों को आधुनिक खेती का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे उनका उत्पादन बढ़े और ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो।

उन्होंने कहा कि किसान क्रेडिट कार्ड कम समय के लिए दिया जाने वाला एक कृषि ऋण है। केसीसी लोन किसानों के साल भर में खेती पर होने वाला खर्च को पूरा करने के लिए दिया जाता है।

सरकार द्वारा किसानों को इसे क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक व अन्य सरकारी बैंकों के माध्यम से दिया जाता है। जिनका उपयोग किसान मुख्यतः जैसे फसल की बुहाई, बीज, खाद, खेती व फसल बीमा में होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए करते है।

बैंक द्वारा केसीसी ऋण देते समय कार्ड धारकों के लिए व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना के तहत 50,000 रुपये का बीमा करवाया जाता है। उन्होंने बैंक, आर बी आई और नाबार्ड द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारियां भी दी।

इस मौके पर कलेक्टर कम डिप्टी रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं मण्डी श्री कमलेश कुमार ने कहा कि सहकारिता सभी लोगों में आत्मविश्वास एवं स्वयं सेवा की भावना उत्पन्न करती है, जिससे सामाजिक विषमता कम होती है और आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को सीमित पूंजी एकत्रित कर शक्ति एवं कार्य करने का अवसर प्रदान करती है।

उन्होंने कहा कि सहकारिता का सिद्धांत है, ” सब प्रत्येक के लिए एवं प्रत्येक सबके लिए ” इसमें समाज के सभी व्यक्ति अपने सामर्थ्य के अनुसार सहयोग करते हैं एवं पारस्परिक सहयोग प्रदान करते हैं।

ये रहे उपस्थित

शिविर में सहकारी सभा के प्रधान कृष्ण प्रकाश, सचिव विनोद कुमार, पंचायत पूर्व प्रधान कृष्ण चंद, युद्धवीर सिंह राजपूत, समाजिक कार्यकर्ता हरनाम सिंह सहित गांव के अन्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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