15 सितंबर के बाद शुभारंभ को मुख्यमंत्री से लिया जाएगा समय, कोलडैम में भी शुरू होंगी वाटर एक्टिविटीज
बिलासपुर – सुभाष चंदेल
अब हिमाचल के लोगों को गोवा जाने की जरूरत नहीं है। क्रूज की सैर गोबिंदसागर में की जा सकेगी। जल्द ही क्रूज बिलासपुर पहुंच रहा है। आने वाले समय में बिलासपुर जिला पर्यटन क्षेत्र में देश के नक्शे कदम पर सामने आएगा। हिमाचल का बिलासपुर ऐसा पहला जिला बनेगा, जहां गोबिंदसागर झील के साथ ही कोलडैम में भी क्रूज व शिकारा नजर आएंगे और दोनों ही जलाशय पर्यटन आकर्षण का केंद्र बनेंगे।
जिला प्रशासन ने सबसे पहले गोबिंदसागर झील में क्रूज व शिकारा लांच करने की तैयारी कर ली है। 15 सितंबर के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के कर कमलों से वाटर स्पोट्र्स एक्टिविटीज का शुभारंभ करवाने की योजना है। खास बात यह है कि खुद सीएम ने विधानसभा सत्र में बिलासपुर डीसी की इस प्रोजेक्ट को लेकर तारीफ की है।
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि गोबिंदसागर झील में वाटर स्पोट्र्स एक्टिविटीज जल्द ही शुरू की जा रही हैं, जिसके लिए तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और अब इन्हें अंतिम रूप दिया जा रहा है। अगले दस से पंद्रह दिनों में क्रूज व शिकारा यहां पहुंच जाएंगे। अभी तक जैट स्की, हाइटेक मोटरबोटें और रेस्क्यू बोट्स इत्यादि बिलासपुर पहुंच चुकी हैं।
उन्होंने बताया कि झील में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने बताया कि पंद्रह सितंबर तक जलाशय में वाटर स्पोट्र्स एक्टिविटीज पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, उसके बाद यह एक्टिविटीज आरंभ हो जाएंगी।
यह जिला प्रदेश का ऐसा पहला ही जिला है, जहां गोबिंदसागर झील के साथ ही कोलडैम में भी क्रूज व शिकारा देखने को मिलेंगे और झील की लंबी सैर का आनंद उठाया जा सकेगा। उपायुक्त के अनुसार बिलासपुर में टूरिज्म को बढ़ावा उनका मुख्य संकल्प है, जिसके लिए वह शुरू से ही प्रयासरत हैं। अब जल्द ही उनका यह संकल्प साकार होने जा रहा है। पंद्रह सितंबर के बाद मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा और कार्यक्रम का निर्धारण कर गोबिंदसागर झील में क्रज व शिकारा की विधिवत ढंग से लांचिंग की जाएगी।
उन्होंने बताया कि कुल्लू व मनाली जाने से पहले पर्यटक यहां रूकेंगे और झील की सैर का आनंद उठा सकेंगे। इसके साथ ही कोलडैम में भी इस योजना को धरातल पर उतारने की तैयारी चल रही है। तय औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कोलडैम में भी वाटर एक्टिविटीज शुरू की जाएंगी। क्रूज व शिकारा की लांचिंग को लेकर योजना बन रही है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में बिलासपुर की गोबिंदसागर झील व कोलडैम पर्यटन गतिविधियों का केंद्र बनेंगे।
उन्होंने बताया कि पंद्रह सितंबर के बाद गोबिंदसागर झील में क्रूज-शिकारा लांच करने की योजना है, जिसका विधिवत शुभारंभ मुख्यमंत्री के कर कमलों से करवाया जाएगा। अगले दस से पंद्रह दिन के अंदर क्रूज व शिकारा बिलासपुर पहुंच जाएंगे, जबकि जैट स्की, मोटरबोट्स व रेस्क्यू वोट्स इत्यादि पहुंच चुकी हैं। बिलासपुर में पर्यटन विकास मुख्य प्राथमिकता है।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक के अनुसार कोलडैम के समीप ही कसोल नामक गांव को टूरिज्म विलेज के रूप में विकसित करने की योजना है, जिस पर काम शुरू हो चुका है। आने वाले समय में यह विलेज भी पर्यटन आकर्षण का केंद्र होगा। कसोल में पर्यटकए डेयरी फार्मिंग, एग्रीकल्चर व अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, वहीं कोलडैम में फिशिंग भी कर पाएंगे।
कसोल में रात्रि ठहराव की सुविधा के लिए लोगों को होमस्टे की परमिशन दी जाएगी। इसके साथ ही बिलासपुरी धाम व पारंपरिक व्यंजनों की सुविधा दी जाएगी। लोगों के लिए प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक के अनुसार कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर मंडी भराड़ी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा, जिसके लिए योजना का खाका तैयार कर लिया गया है। बीबीएमबी की परमिशन मिलने के बाद अगली कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
मंडी भराड़ी में झील पर जिपलाइन तैयार की जाएगी, जबकि स्काई वॉक ब्रिज निर्मित करने की भी योजना है। इसके साथ ही वे-साइड एम्युनिटीज विकसित कर पर्यटकों के लिए रेस्तरां व अन्य गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, तो वहीं बिलासपुर की इकोनोमी में भी ग्रोथ आएगी।