शूटिंग के लिए हैं भव्य हवेलियां, चाहिए प्रदेश सरकार की नजर-ए-इनायत
परागपुर – आशीष कुमार
धरोहर गांव गरली-परागपुर फिल्म सिटी के लिए तैयार है, लेकिन हिमाचल सरकार के उदासीन रवैये का शिकार होती जा रही है। मसलन यहां फिल्म सिटी की मांग चिरकाल से चली आ रही है लेकिन आजतक हिमाचल सरकार द्बारा कोई भी अहम कदम नही उठाया गया।
गरली परागपुर की प्राचीन भव्य हवेलियों व प्राकृतिक सौंदर्य को देखते हुए भले ही देश विदेश भर के सैकड़ों सैलानी व मुंबई वालीबुड के नामी फिल्मी सितारे यहां अपनी फिल्मों की शूटिंग के लिए खींचें चले आ रहे है।
लिहाजा वालीबुड फिल्मों की शूटिंग के लिए गरली-परागपुर एक ऐसा स्थल है, जहां बड़े पर्दे की तमाम फिल्म एक ही क्षेत्र में शूट हो सकती है। जिसका जिक्र यहां गरली परागपुर में वर्ष 2008 को शूट हुई वालीबुड फिल्म ‘चिन्टू जी’ में मुख्य किरदार निभाने आए सीने स्टार वालीबुड अभिनेता ऋषि कपूर ने भी किया था।
यही कारण था कि फिल्म स्टार ऋषि कपूर व अन्य वालीबुड टीम ने गरली परागपुर में उक्त चिंटू जी फिल्म को लगातार 48 दिनों तक यही शूट किया था। इतना ही नही वालीबुड फिल्म ‘बाके की क्रेजी बारात’ सहित कई वालीबुड ‘पहाड़ी पजाबी एलबम व एड फिल्मों की यहा शूटिंग हो चुकी है।
ज्वालामुखी धार्मिक पर्यटन के रूप में पूरे विश्व में विख्यात है। ऐसे में वालीबुड फिल्मों के अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए रोड कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करना और क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ देहरा विधानसभा के पौंग डैम में नौका विहार, जसवां परागपुर में ऐतिहासिक धरोहरों के दर्शन को एक सूत्र में पिरोकर पर्यटन को और ज्यादा बढ़ाने के प्रयास होने से पर्यटक इन क्षेत्रों की ओर आकर्षित होंगे।
इससे यहां के कारोबार में भी बढ़ोतरी की प्रबल संभावनाएं बनेंगी। अगर हिमाचल की सुक्खू सरकार इस क्षेत्र को विकसित करने के लिए दिलचस्पी दिखाती है तो इससे ज्वालामुखी, देहरा, जसंवा परागपुर के लिए बालीबुड सहित पर्यटन को चार चांद लगेंगे।