तीन से 6 जून तक चलेगा महादंगल, अंतिम दिन होगी इनामों की बारिश
हिम खबर डेस्क
हिमाचल के कांगड़ा जिला में इंदौरा हलके के गंगथ में सालाना मेले को लेकर रौनक बढ़ गई है। उत्तर भारत के इस प्रसिद्ध महादंगल का आयोजन तीन से छह जून तक होगा। इसमें लाखों रुपए के इनाम बांटे जाएंगे।
तीन जून को पहले दिन केवल हिमाचली पहलवानों के मुकाबले करवाए जाएंगे। दूसरे दिन चार जून को महिला कुश्ती होगी। इसमें विजेता दंगल गर्ल को आल्टो कार इनाम में दी जाएगी।
पांच जून को भी मुकाबले होंगे, जबकि 6 जून को महादंगल होगा। इसमें देश भर के नामी अखाड़ों से पहलवान पहुंचेंगे। इसमें भारत केसरी, हिंद केसरी व रूस्तम-ए-हिंद जैसे खिताब जीत चुके पहलवान आएंगे।
यह महादंगल श्री बाबा क्यालू मंदिर गंगथ के प्रांगण में होता है। इसके लिए लगातार श्रद्धालुओं की श्रद्धा का दान लगातार जारी है। मंदिर प्रांगण् में सजावट शुरू हो गई है।
इस बार श्री बाबा क्यालू महादंगल में तीन ऑल्टो कारें, दो बुलेट तथा ग्यारह बाइक , डेढ़ सौ के कऱीब पीतल की चरोटियां तथा लाखों रुपए नक़द पहलवानों के सम्मान में दिए जाएंगे।
बरतनों का शहर
सिद्दपीठ श्री बाबा क्यालू जी महाराज की ऐतिहासिक नगरी गंगथ की दूसरी बड़ी पहचान बर्तन हैं। इसेे भांडयां वाला शहर यानी बर्तनों के शहर के नाम से भी बखूबी जाना जाता है।
जिला कांगड़ा का यह कस्बा पीतल के बर्तनों और बल्टोहियों को तैयार करने का एक प्रमुख स्थान भी है। करीब तीन दशक पहले कस्बा में उक्त बर्तनों को बनाने के बहुत कुशल कारीगर थे, जो पीतल के सारे बर्तन बनाकर गांव-गांव जाकर बेचते थे, जिसमें बलटोही, गागर, बाल्टी और अन्य पीतल के बर्तन शामिल रहते थे।
उसके बाद आसपास के बाजार भी विकसित हो गए और बाजारों में रेडीमेड और स्टील के माल आने से कारोबार पर असर पड़ा, फिर भी गंगथ बाजार के बरतनों का अपना अलग ही महत्व है।
रिंक पर होते हैं मुकाबले
बाबा श्री क्यालू जी महाराज के प्रांगण में होने वाले मुकाबलों के लिए खास तैयारी की जाती है। दर्शक मुकाबलों को आसानी से देख पाएं, इसके लिए स्पेशल रिंक बनाकर उसपर मुकाबले करवाए जाते हैं। इससे ज्यादा से ज्यादा लोग मुकाबले देख पाते हैं।
जून के पहले हफ्ते में सबसे ज्यादा गर्मी होती है। करीब 43-44 डिग्री सेल्सियस ताममान होने बावजूद हजारों दर्शक देर रात तक मुकाबले देखने के लिए डटे रहते हैं।