60 दिन की मेहनत से कोर्ट परिसर के “मालखाने” में सेंधमारी बेपर्दा, कमाल की जांच
सिरमौर – नरेश कुमार राधे
सिरमौर मुख्यालय के कोर्ट परिसर के मालखाने में सेंधमारी की वारदात को खाकी बेपर्दा करने में कामयाब हो गई है। करीब 2 महीने के दिन-रात कोशिश के बाद पुलिस को कामयाबी हासिल हुई है। ब्लाइंड वारदात में पुलिस को प्रारंभिक जांच में कोई सुराग नहीं मिला था। खाकी को केवल यही पता चला कि पल्सर बाइक का इस्तेमाल हुआ है।
बार-बार सीसी फुटेज को खंगालने पर ये पता चला कि चोर की नीले रंग की पल्सर बाइक पर रेडियम का स्टीकर लगा हुआ है। हर कोई कोर्ट कॉम्प्लेक्स के मालखाने से चोरी की घटना से हैरान था क्योंकि कोर्ट प्रॉपर्टी पर ही हाथ साफ़ किया गया था। ऐसी वारदातों को अंजाम देने का अमूमन साहस नहीं जुटाया जाता है।
पुलिस ने नीले रंग की पल्सर बाइक का रिकॉर्ड खंगालना शुरू किया। एक-एक कर शहर के तमाम बाइक मालिकों को पूछताछ के लिए तलब किया जाता रहा। साथ ही पुलिस उनकी वारदात की रात मोबाइल लोकेशन व सीडीआर को भी खंगालती रही। लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल रहा था।
इसी बीच पुलिस को मालरोड व बिरोजा फैक्ट्री के बीच के सीसी कैमरों से ये जानकारी मिली कि एक नीले रंग की पल्सर बाइक माल रोड से बिरोजा फैक्ट्री की तरफ रात के वक्त जाती है, लेकिन बिरोजा फैक्ट्री तक नहीं पहुंचती है।
लिहाजा पुलिस को इस बात का अंदाजा हो गया था कि कोर्ट परिसर में सेंधमारी करने वाला बिरोजा फैक्ट्री व यशवंत चौक के बीच का रहने वाला हो सकता है। चूंकि कोर्ट परिसर के मालखाने में ही सेंधमारी की गई थी, इसी कारण पुलिस के लिए भी मामला चुनौतीपूर्ण था। आरोपी द्वारा ऐसे आभूषणों की चोरी की गई थी जो कोर्ट में लंबित मामलों से जुड़े हुए थे।
छानबीन के दौरान पुलिस ने शिमला रोड के रहने वाले एक नामी चोर रमन कपूर को तलब किया। उसके पास भी पल्सर बाइक है। पूछताछ के दौरान संदिग्ध को बाइक पेश करने को कहा गया, लेकिन उसने उच्च न्यायालय का रास्ता पकड़कर अंतरिम जमानत ले ली।
गौरतलब है कि आरोपी के खिलाफ करीब एक दर्जन से अधिक मामले पहले भी दर्ज हैं। अंतरिम जमानत के बाद पुलिस का शक गहरा गया, पुलिस ने ठोस तथ्यों के साथ उच्च न्यायालय से जमानत ख़ारिज करने का आग्रह किया। वीरवार को हाईकोर्ट की अंतरिम जमानत खारिज होने के बाद रमन कपूर को गिरफ्तार कर लिया गया। खास बात यह है कि पुलिस ने लगभग दस हजार के आभूषण भी बरामद किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने यह आभूषण कालाअंब में एक व्यक्ति को दिए थे, जिसने बद्दी की रहने वाली गर्लफ्रेंड को आभूषण गिफ्ट कर दिए। गर्लफ्रेंड ने इन आभूषणों को एक सुनार को बेच दिया था। पुलिस ने ये आभूषण सुनार से बरामद कर लिए हैं।
उधर, यह भी बताया जा रहा है कि मालखाने से चोरी किए गए सामान की कीमत लगभग दस लाख हो सकती है। आरोपी को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 3 दिन का पुलिस रिमांड पर भेजा गया हैं।
कुल मिलाकर बड़ी बात यह है कि पुलिस ने बेहद ही प्रोफेशनल तरीके से इस जांच को आगे बढ़ाया। यही नतीजा है कि 2 महीने बाद यह मामला क्रेक हो पाया है। यह भी पता चला है कि आरोपी ने अकेले ही इस वारदात को अंजाम दिया था। दीगर है कि इस सेंधमारी के बाद कोर्ट परिषद के मालखाने की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल उठ खड़े हुए थे।
बता दे कि इस वारदात को 16-17 जनवरी की रात अंजाम दिया गया था। खास बात यह है कि उच्च न्यायालय ने भी पुलिस की जांच की प्रशंसा की है।
उधर एसपी ओमापति जम्वाल ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी को 3 दिन के रिमांड पर लिया गया है। एसपी ने बताया कि जल्द ही पूरी रिकवरी भी कर ली जाएगी।