हिमखबर डेस्क
गुजरात एटीएस और भारतीय तटरक्षक बल (कॉस्टगार्ड) ने भारतीय जल सीमा से 1800 करोड़ रुपए मूल्य के नशीले पदार्थों के 311 पैकेट बरामद किए हैं। एटीएस सूत्रों ने सोमवार को यहां बताया कि 10 अप्रैल को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान के फिदा नामक ड्रग माफिया का लगभग 400 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ पसनी बंदरगाह से एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नाव में 12 अप्रैल को रात 20:00 बजे से 13 अप्रैल की सुबह 04:00 बजे के दौरान पोरबंदर के अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास भारतीय जल क्षेत्र में आएगा और चैनल नंबर 48 पर अपने कॉल साइन ‘रमिज’ के नाम से तमिलनाडु की ओर से किसी भी नाव को ‘सादिक’ के नाम से बुलाकर उसे देगा और वह मादक पदार्थ की मात्रा तमिलनाडु ले जाएगा।
सूचना के आधार पर एटीएस और तटरक्षक बल (कॉस्टगार्ड) के उच्च अधिकारियों ने इसे तुरंत गंभीरता से लिया और एटीएस. और तटरक्षक अधिकारियों ने इस संबंध में एक ऑपरेशन तैयार किया, जिसके तहत एटीएस और तटरक्षक अधिकारी भारतीय जल सीमा में संभावित स्थान पर पहुंच गए और निगरानी करते रहे।
इस बीच जब इस जानकारी वाली नाव को आईएमबीएल के पास देखा गया और तट रक्षक जहाज द्वारा रोका जाने वाला था, तो इस नाव पर मौजूद लोगों ने नीले (ब्ल्यू) ड्रमों को समुद्र में फेंक दिया और आईएमबीएल की ओर बढ़ना शुरू कर दिया।
तटरक्षक बल ने पाकिस्तानी नाव का पीछा किया लेकिन पाकिस्तानी नाव आईएमबीएल पार कर भाग निकली। लेकिन ड्रम बरामद कर लिए गए। इन बरामद ड्रमों की जांच करने पर कुल 311 पैकेटों में लगभग 311 किलोग्राम मादक पदार्थ मिला, जिसका अनुमानित अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य 1800 करोड़ रुपये है।
इस संबंध में गुजरात एटीएस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गुजरात एटीएस ने समुद्र के रास्ते मछली पकड़ने के जाल के जरिए तस्करी किए जा रहे नशीले पदार्थों के संबंध में 2018 से अब तक दर्ज किए गए कुल 20 मामले हैं।
जिनमें अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार मूल्य 10277.12 करोड़ रुपये कीमत के 5454.756 किलोग्राम ड्रग्स और पकड़े गए आरोपी 163 हैं। गिरफ्तार आरोपियों में विदेशी नागरिक, पाकिस्तानी 77, ईरानी 34, अफगानी चार, नाइजीरियाई दो और 46 भारतीय शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि गुजरात सरकार गुजरात राज्य में आतंकवाद और किसी भी प्रकार की घुसपैठ और मादक द्रव्य अपराध को पूरी तरह से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिसक अंतर्गत गुजरात राज्य के 1600 कि.मी. संवेदनशील समुद्री क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आतंकवादी घटना को होने से रोकना। इतने संवेदनशील समुद्री मार्ग पर कोई अवैध गतिविधि न हो, इसके लिए लगातार निगरानी रखी जा रही है। गुजरात एटीएस, तटरक्षक बल और अन्य सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि गुजरात समुद्री तट पाकिस्तान प्रेरित नशीले पदार्थों के सिंडिकेट का लक्ष्य न बने।