बिलासपुर, सुभाष चंदेल
बिलासपुर शहर के साथ लगती ग्राम पंचायत नौणी के ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग द्धारा कोरोना प्रोटोकाल के तहत होने वाले अंतिम संस्कार में महिला कर्मचारी के भेजने पर भारी रोष जताया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गत दिन इस गांव के वार्ड नंबर दो में एक व्यक्ति की कोविड के कारण मौत हो गई थी।
लेकिन विभाग ने इस अंतिम संस्कार में किसी पुरूष कर्मचारी की अपेक्षा नौणी पीएचसी से महिला कर्मचारी को भेज दिया। उन्होंने बताया कि महिलाओं को शमशानघाट पर होने वाले संस्कारों की जानकारी नहीं होती है। इसलिए उनके स्थान पर पुरूष कर्मचारियों की ही भेजा जाए। ग्राम पंचायत प्रधान निर्मला राजपूत कहना है कि स्वास्थ्य विभाग द्धारा कोरोना प्रोटोकाल के तहत होने वाले अंतिम संस्कार में महिला कर्मचारी के भेजने पर लोगों में भारी रोष व्याप्त है।
क्योकि महिलाओं को अंतिम संस्कार में होने वाले रीति रिवाजों व संस्कारों की जानकारी नहीं होती है। इन रीति रिवाजों की जानकारी पुरूषों की होती है। इसलिए भविष्य में इस तरह के मामलो में पुरूष कर्मचारियों को ही भेजा जाए। उधर, इस संबंध में एमओएच डा परविंद सिंह का कहना है कि नौणी पीएचसी में पुरूष स्वास्थ्य कर्मचारी का पद रिक्त है।
इसलिए महिला कर्मचारी की डयूटी लगी होगी। क्योंकि डयूटी लगाने का कार्य बीएमओ द्धारा किया जाता है। इससे पहले ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसा न हो । इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा।